PFI Accused Of Terror Funding: ग़ुज़िश्ता रोज़ ख़बर आई थी कि मरकज़ी जांच एजेंसी एनआईए और ईडी ने ग़ुज़िश्ता रोज़ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कई ठिकानों पर छापेमारी की. अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि आख़िर किन वजूहात के सबब PFI पर छापेमारी हुई. इस दौरान PFI के चेयरमैन समेत तकरीबन 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद बीते कल मरकज़ी वज़ीरे दाख़ला अमित शाह ने भी इस मामले पर आला सतही मीटिंग की. NIA ने उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश और राजस्थान में ED के साथ मिलकर छापेमारी की. NIA-ED की इस छापेमारी के खिलाफ मुल्क़ के कई इलाकों में PFI के लोग एहतेजाजी मुज़ाहिरा कर रहे हैं. इसी के पेशेनज़र केरल में आज बंद की कॉल दी गई है. खबरें हैं कि एहतेजाजी मुज़ाहिरा करते हुए कुछ लोगों ने केरल के तिरुवनंतपुरम और कोट्टयम में गाड़ियों और सरकारी बसों में तोड़फोड़ की है. आइए जानते हैं कि आख़िर किन वजूहात के सबब छापेमारी हुई. खबरों के मुताबिक NIA के ओहदेदारान को जानकारी मिली थी कि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और हदराबाद में दहशतगर्दाना सरगर्मियां बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर टेरर फंडिंग की गई है. इसके अलावा पीएफआई पर स्पोर्ट्स सिखाने के बहाने ट्रेनिंग का इल्ज़ाम भी है. हाल ही में खबरें आईं थीं कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ट्रेनिंग कैंप में हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है और यहां नौजवानों का ब्रेन वॉश किया जाता है. याथ ही बिहार के फुलवारी शरीफ में आतंकी मॉड्यूल को लेकर छापेमारी की गई. यहां PFI के अरकान के पास से इंडिया 2047 नाम का एक डॉक्यूमेंट मिला जो काफी मुतनाजा़ था. बताया जा रहा है कि इसमें मुस्लिम मुल्क़ बनाने की बात कही गई है. इसके अलावा माना जा रहा है कि नूपुर शर्मा विवाद, सीएए-एनआरसी को लेकर एहतेजाजी मुज़ाहिरे और कर्नाटक के हिजाब तनाज़े के पीछे भई PFI का हाथ रहा है. देखें वीडियो