Zee Salaam Digital Special Campaign: आपने यह जरूर सुना होगा कि कोई इंसान पूरी तरह से सेहतमंद तभी हो सकता है, जब वह मानसिक रूप से भी स्वस्थ हो. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक होते हैं. अगर दोनों में से कोई एक भी अस्वस्थ्य हो तो वो दोनों की सेहत को प्रभावित करता है, लेकिन चिंता की बात यह है कि शारीरिक समस्या की तो हम बात कर लेते हैं, लेकिन मानसिक समस्या की बात करने में हम संकोच करते हैं. कोविड-19 महामारी के बाद से मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं में बहुत उछाल आया है. खास तौर पर कम उम्र के लोगों में यह समस्या गंभीर रूप से देखने को मिल रही है. मानसिक समस्या इतनी बढ़ सकती है कि वह आत्महत्या तक का भी कारण बन जाता है. लेकिन फिर भी हम मानसिक स्वास्थ्य की बात नहीं कर पाते हैं. ऐसे में जरूरी है कि हम मेंटल हेल्थ की बात करें और हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि हम मानसिक रूप से बीमार हैं. हर साल मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता फैलाने के लिए हम 10 अक्टूबर को 'विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस' (World Mental Health Day) मनाते हैं. इस मौके पर Zee Salaam Digital की टीम ने मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता के लिए मानसिक स्वास्थ्य अभियान (Mental Health Campaign) शुरू किया है, जिसका नाम है - बात करने से बात बनेगी (Baat Karne Se Baat Banegi).