Asha Parekh Dadasaheb Phalke Award: आशा पारेख को दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया 22 साल बाद किसी महिला को दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया. आज हम आपको ये बताएंगे कि दादा साहब फाल्के अवार्ड क्या है किन्हें दिया जाता है. इस अवार्ड में क्या मिलता है. इससे पहले किन-किन महिलाओं को दादा साहब फाल्के अवार्ड दिया जा चुका है..इस वीडियो में सब बताएंगे. 79 साल की आशा पारेख को दादा साहब फाल्के अवार्ड 68वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड में दिया गया. इस बार का अवॉर्ड इसलिए भी खास है क्योंकि 22 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है. जब किसी महिला को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. सन 2000 के बाद से आशा पारेख पहली महिला हैं, जिन्हें दादा साहब फाल्के अवार्ड दिया गया है... यह अवॉर्ड पाने वाली आशा पारेख सातवीं महिला हैं. तो आपको बता दें कि इनसे पहले आशा भोसले, लता मंगेशकर, दुर्गा खोटे, कानन देवी, रूबी मेयर्स, देविका रानी भी इस अवॉर्ड को हासिल कर चुकी हैं, और एक दिलचस्प बात ये भी है कि सबसे पहले ये अवार्ड पाने वाली पहली विनर महिला ही थी. यानि की देविका रानी पहली महिला थीं जिन्हें सबसे पहले ये अवार्ड दिया गया. दादा साहेब अवॉर्ड में एक स्वर्ण कमल, शॉल और 10 लाख रुपए कैश दिए जाते हैं. इसके साथ ही 'दादा साहेब फाल्के अकादमी' के द्वारा हर साल दादा साहेब फाल्के के नाम पर कुल तीन पुरस्कार दिए जाते हैं. जिनमें फाल्के रत्न अवार्ड, फाल्के कल्पतरु अवार्ड और दादासाहेब फाल्के अकादमी अवार्ड शामिल हैं. दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स समारोह में दिया जाता है. यह पूरी प्रक्रिया केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से किया जाता है.अब तक ये एवार्ड कुल 51 लोगों को दिया जा चुका है.