Sambhal: वक्फ की प्रोपर्टी की जांच कराएगा जिला प्रशासन, कमेटी गठित
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Sambhal: वक्फ की प्रोपर्टी की जांच कराएगा जिला प्रशासन, कमेटी गठित

Sambhal: संभल प्रशासन वक्फ की प्रोपर्टी  को लेकर सख्त हो गया है. जिले में मौजूद वक्फ प्रोपर्टीज की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. पूरी खबर पढ़ें.

Sambhal: वक्फ की प्रोपर्टी की जांच कराएगा जिला प्रशासन, कमेटी गठित

Sambhal: संभल जिला प्रशासन वक्फ की प्रोपर्टी को लेकर सख्त हो गया है. प्रशासन ने कहा है कि वह जिले में मौजूद सभी वक्फ प्रोपर्टी की जांच कराएगा. जिसके लिए कमेटी का भी गठन किया गया है. इस 2 मेंबर की कमेटी का गठन डीएम राजेंद्र पेंसिया के जरिए किया गया है.

क्या होगा इस कमेटी का काम

इस कमेटी का काम संभल में सरकारी जमीनों पर बक्फ बोर्ड के अवैध कब्जो की शिकायत का मामलों को देखना होगा. यह कमेटी असुदुद्दीन ओवैसी के उस दावे के बाद गठित की गई है, जिसमें उन्होंने संभल में बन रही चौकी की जमीन को वक्फ प्रोपर्टी कहा था.

असदुद्दीन ओवैसी का दावा

असदुद्दीन ओवैसी ने दस्तावेज शेयर करते हुए कहा था कि संभल की जिस जमीन पर चौकी बन रही है, वह वक्फ की प्रोपर्टी है. उन्होंने ट्वीट किया था,"संभल की जामा मस्जिद के पास जो पुलिस चौकी बनाई जा रही है, वह वक्फ की जमीन पर है, जैसा कि रिकॉर्ड में दर्ज है. इसके अलावा, प्राचीन स्मारक अधिनियम के तहत संरक्षित स्मारकों के पास निर्माण कार्य प्रतिबंधित है. नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ संभल में खतरनाक माहौल बनाने के ज़िम्मेदार हैं.

उन्होंने फोटो शेयर करते हुए कहा था,"यह वक्फ नंबर 39-A, मुरादाबाद है. यह उस ज़मीन का वक्फनामा है, जिस पर पुलिस चौकी का निर्माण हो रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार को क़ानून का कोई एहतराम नहीं है. हालांकि ओवैसी के इस बयान के बाद डीएम का भी बयान आया और उन्होंने इस प्रोपर्टी को लेकर अपनी बात सामने रखी.

डीएम ने कही ये बात

एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के इस ट्वीट के बाद डीएम संभल का बयान आया. उन्होंने कहा कि इस जमीन को लेकर पेश किए दस्तावेज रजिस्टर्ड नहीं है. यह जमीन नगर निगम के अंडर आती है.  बता दें, चौकी का तामीरी काम लगभग पूरा हो गया है. बीती रात यहां लिंटर का काम पूरा हुआ है.

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