रूसी MI-8T हेलीकॉप्टर क्रैश, 22 लोगों की मौत, भारत में भी किया जाता है इस्तेमाल
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रूसी MI-8T हेलीकॉप्टर क्रैश, 22 लोगों की मौत, भारत में भी किया जाता है इस्तेमाल

Russian MI-8T helicopter crashes: भारत समेत 50 देशों में इस्तेमाल किए जाने वाले रूस का MI-8T हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है. जिसमें 22 लोगों की मौत हुई है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.

रूसी MI-8T हेलीकॉप्टर क्रैश, 22 लोगों की मौत, भारत में भी किया जाता है इस्तेमाल

Russian MI-8T helicopter crashes: रूस का MI-8T हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, जो 31 अगस्त को लापता हुआ था. हेलीकॉप्टर में सवार तीन क्रू मेंबर समेत सभी 22 लोगों की मौत हो गई है. 1 सितंबर को दुर्घटनास्थल से 17 लोगों के शव बरामद किए गए थे, जबकि आज यानी 2 सितबंर को 5 दूसरे लोगों के शव भी मिले हैं. 

इस वजह से हुआ हादसा
रूसी मीडिया RT News के मुताबिक, हेलीकॉप्टर कामचटका इलाके में क्रैश हुआ है. यह दुर्घटना खराब मौसम की वजह से हुई है. रूस का MI-8T हेलीकॉप्टर उड़ान के दौरान लापता हो गया. 

कैसे लापता हुआ हेलीकॉप्टर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर ने कामचटका क्षेत्र में वाचकाझेट्स ज्वालामुखी के पास एक साइट से 25 किलोमीटर दूर मौजूद निकोलेवका के लिए उड़ान भरी थी. यह मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग से पर्यटकों को लेकर जा रहा था. रविवार को ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं और बचाव अभियान और तलाशी अभियान शुरू कर दिया.

ऐसे की गई खोज
हेलीकॉप्टर की तलाश के लिए एक और विमान भेजा गया. भारतीय समय के मुताबिक, हेलीकॉप्टर को शनिवार सुबह 9.30 बजे बेस पर लौटना था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा. चालक दल के सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी से भी संपर्क नहीं हो पाया. इसके बाद हेलीकॉप्टर की तलाश के लिए दूसरा विमान भेजा गया. जिस इलाके में हेलीकॉप्टर लापता हुआ, वहां बूंदाबांदी हो रही थी. कोहरा भी था. इसके बाद बचावकर्मियों ने हेलीकॉप्टर की तलाश शुरू की.

मॉस्को से 6000 किमी दूर हुआ हादसा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कामचटका मॉस्को से 6,000 किमी पूर्व और अलास्का से करीब 2,000 किमी पश्चिम में मौजूद है. यह इलाका अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, इसलिए यहां काफी टूरिस्ट आते हैं. यहां करीब 160 ज्वालामुखी हैं और उनमें से 29 अभी भी सक्रिय हैं.

भारत समेत 50 से ज्यादा देश करते हैं इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल
MI-8T, मिल mi-8 हेलीकॉप्टर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला वर्जन है. इसे सबसे पहले 60 के दशक में डिजाइन किया गया था. 1967 में इसे पहली बार रूसी सेना के लिए इस्तेमाल किया गया था. इसकी कीमत 15 मिलियन डॉलर (125 करोड़ रुपए) है. MI-8T दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले हेलीकॉप्टरों में से एक है. रूस ने इसकी 17 हजार से ज्यादा यूनिट बनाई हैं. भारत, चीन, ईरान समेत 50 से ज़्यादा देश इसका इस्तेमाल करते हैं. इसका इस्तेमाल सिविल और मिलिट्री दोनों में होता है.

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