नीतीश नहीं ये नेता कर सकती हैं विपक्षी एकता का नेतृत्व; UPA का बदला जाएगा नाम
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नीतीश नहीं ये नेता कर सकती हैं विपक्षी एकता का नेतृत्व; UPA का बदला जाएगा नाम

Opposition meeting in Beglore: बेंगलुरु में चल रहे विपक्षी पार्टियों के एकता बैठक में यूपीए को नया नाम मिलने की संभावना है. वहीं इस गठबंधन का नेतृत्व भी कांग्रेस की एक नेता को सौंपने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है.

नीतीश नहीं ये नेता कर सकती हैं विपक्षी एकता का नेतृत्व; UPA का बदला जाएगा नाम

Opposition meeting in Beglore: 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए 26 विपक्षी दलों की बेंगलुरु में बैठक हो रही है. इस बैठक में मंगलवार को राकांपा नेता शरद पवार शामिल हुए है. इस बैठक में 26 विपक्षी दलों के समूह को एक नया नाम, संरचना और साझा एजेंडा देने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. इस दो दिवसीय बैठक के पहले दिन जहां अनौपचारिक चर्चा हुई वहीं, मंगलवार को इस बैठक में औपचारिक विचार-विमर्श किया जा रहा है. 

बैठक के महत्वपूर्ण बिंदू 
सोमवार की बैठक में सभी राजनीतिक दलों से गठबंधन के लिए नाम सुझाने के लिए कहा गया था. आज उसपर विचार-विमर्श के दौरान आम सहमति बनाई जाएगी. वहीं, दूसरी मंगलवार को दिल्ली में एनडीए की भी बैठक हो रही है. इसमें भी कुछ नए सहयोगियों के सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होने की संभावना है. इसमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के मुद्दे पर बातचीत होनी है. इस बैठक में शामिल होने वाले विपक्षी दलों की कुल संख्या लोकसभा में करीब 150 है. 

सोनिया को मिल सकती है विपक्षी एकता की कमान 
सूत्रों का कहना है कि नए समूह के अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी का नाम भी सुझाया गया है. पससे पहले भी सोनिया गांधी यूपीए 1 और 2 की अध्यक्ष रह चुकी हैं, जो 2004 से 2014 तक सरकार में रहीं. एक फेसबुक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा, “एक संयुक्त विपक्ष - हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए, भारत के संविधान की रक्षा के लिए.“ राज्यवार सीटों के बंटवारे और क्षेत्रीय संगठनों के बीच मतभेदों को दूर करने पर चर्चा एजेंडे में है.’’ 

बैठक में शामिल होने वाने नेता और पार्टियां 
बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे सहित शीर्ष विपक्षी नेता, पश्चिम बंगाल, बिहार, तमिलनाडु, झारखंड के मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ कई दलों के पार्टी अध्यक्ष और नेता मौजूद हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा आयोजित बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (राजद), अखिलेश यादव (सपा), उद्धव ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी), फारूक अब्दुल्ला (नेकां) और महबूबा मुफ्ती (पीडीपी) शामिल हो रहे हैं. सीताराम येचुरी (सीपीआई-एम), डी राजा (सीपीआई), जयंत चौधरी (आरएलडी) और एमडीएमके सांसद वाइको भी इसमें मौजूद हैं. 

23 जून को पटना में भी हुई थी बैठक 
इससे पहले 23 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पटना में आयोजित विपक्षी एकता के लिए आखिरी बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, आप, सीपीआई, सीपीआई-एम, राजद, जेएमएम, एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी), एसपी और जेडीयू सहित पंद्रह पार्टियां शामिल हुईं थीं. इस बार की बैठक में नई पार्टियों में एमडीएमके, केडीएमके, वीसीके, आरएसपी, सीपीआई-एमएल, फॉरवर्ड ब्लॉक, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मणि) के अलावा कृष्णा पटेल और तमिल की अपना दल (कामेरावादी) शामिल हैं.

Zee Salaam

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