क्या है 'इंतिफादा क्रांति', जिसकी मांग करते हुए अमेरिका में इसराइल के खिलाफ सड़क पर उतरे मुसलमान?
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क्या है 'इंतिफादा क्रांति', जिसकी मांग करते हुए अमेरिका में इसराइल के खिलाफ सड़क पर उतरे मुसलमान?

What is Intifada Revolution: नए साल की पहली सुबह फिलिस्तीन यूथ मूवमेंट और पार्टी फॉर सोशलिज्म ऐंड लिबरेशन के बैनर तले इसराइल के खिलाफ लोगों ने प्रोटेस्ट किया.  प्रदर्शन कर रहे लोगों ने फौरन USA से इसराइल को दी जाने वाली मदद को रोकने की मांग की. इस दौरान यहूदियों से झड़पें भी हुईं. 

 क्या है 'इंतिफादा क्रांति',  जिसकी मांग करते हुए अमेरिका में इसराइल के खिलाफ सड़क पर उतरे मुसलमान?

What is Intifada Revolution: अमेरिका के लिए नए साल 2025 की पहली सुबह कुछ खास नहीं रहा. एक तरफ देश के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक न्यू ऑरलिन्स में आंतकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े संदिग्ध आतंकी ने भीड़ पर ट्रक चढ़ाकर 15 लोगों की जान ले ली. वहीं, दूसरी तरफ न्यूयॉर्क के एक क्लब में नए साल के जश्न में डूबे लोगों पर फायरिंग की घटना हुई. इस हमले में 24 लोग जख्मी हो गए. इस बीच, विश्वभर में मशहूर टाइम्स स्क्वेयर पर भारी तादाद में लोगों ने इसराइल का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की.  विरोध कर रहे लोगों ने मांग की कि इसराइल को दी जाने वाली मदद को फौरन बंद की जाए. साथ ही गाजा को पूरी तरह से IDF के चंगुल से मुक्त किया जाए. इस दौरान विरोध कर रहे लोगों ने कसमें खाईं की जब तक इसराइल का अत्याचार फलस्तीनियों के खिलाफ जारी रहेगा हम हर साल प्रदर्शन करेंगे.

फिलिस्तीन यूथ मूवमेंट और पार्टी फॉर सोशलिज्म ऐंड लिबरेशन के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन की सबसे अहम बात यह थी कि एहतजाज कर रहे लोग 'इंतिफादा क्रांति' को लाने के लिए भी नारे लगा रहे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने 'एक ही समाधान- इंतिफादा क्रांति' के नारे भी लगाए. यही नहीं इस प्रदर्शन के दौरान उस वक्त माहौल सबसे ज्यादा खराब हो गया जब यहूदी प्रदर्शनकारियों की भी टाइम्स स्क्वेयर पर एंट्री हो गई और दोनों के बीच झड़पें भी हो गईं. 

इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कई फलस्तीनी आंदोलनकारी महिलाएं "गो बैक टू यूरोप, गो बैक टू यूरोप" के नारे लगाते हुए दिख रही हैं, जिनमें कई पदर्शनकारी महिलाएं माइक पर बोल रही हैं कि 2024 का साल यहूदियों के अपराधों वाला रहा है, लेकिन हमने  इसका डटकर सामना किया. इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि इंतिफादा क्रांति क्या है? और  फलस्तीनी प्रदर्शनकारी इसकी क्यों कई सालों से मांग कर रहे हैं.आइए जानते हैं.....

'इंतिफादा' का क्या है अर्थ?
सबसे पहले हम 'इंतिफादा' का मतलब जान लेते हैं.  इंतिफादा एक अरबी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ 'उथलपुथल' या फिर किसी से 'छुटकारा पाना' होता है, लेकिन आमतौर भारत में इस शब्द को  'बगावत' या 'विद्रोह' माना जाता रहा है. इस शब्द का सबसे ज्यादा इस्तेमाल फलस्तीन संगठन हमास और इसराइल के बीच संघर्ष में होता रहा है. यही कारण है कि यह शब्द को आज के वक्त काफी चर्चा में है. 'इंतिफादा' शब्द का पहली बार इस्तेमाल दिसंबर 1987 में हुआ था. तब बड़ी तादाद में फलस्तीनी ने पश्चिमी बैंक और गाजा में इसराइली सैनिकों की मौजूदगी का विरोध किया था. दरअसल,  तब एक यहूदी ड्राइवर ने अपनी कार से 4 फलस्तीनियों को कुचलकर कत्ल कर दिया था.

भारत में पहली बार इस स्टेट में हुआ था इस्तेमाल
इसके बाद फिलिस्तीनियों ने प्रदर्शन करते हुए आरोप  लगाया था यह हादसा नहीं बल्कि पहले से प्लान्ड किया हुआ था. यह आंदोलन साल 1993 तक चला था. इसके बाद भी 'इंतिफादा' शब्द का इस्तेमाल होता रहा, जो आज तक जारी है. वहीं, भारत में इस शब शब्द का पहली बार इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में हुआ था, जहां कुछ भारत विरोधी शक्तियों ने इंतिफादा का इस्तेमाल किया था.

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