24 से 48 घंटों में होगी इजरायल-हमास जंगबंदी! बातचीत के लिए मध्यस्थों के साथ शामिल हुआ हमास
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2139719

24 से 48 घंटों में होगी इजरायल-हमास जंगबंदी! बातचीत के लिए मध्यस्थों के साथ शामिल हुआ हमास

Israel Hamas Ceasefire: 29 फरवरी को गाजा में आम लोगों पर हुए हमले के बाद से इजरायल-हमास के दरमियान जंगबंदी का दबाव बढ़ा है. जंगबंदी की बातचीत के लिए हमास ने एक मीटिंग में हिस्सा लिया.

24 से 48 घंटों में होगी इजरायल-हमास जंगबंदी! बातचीत के लिए मध्यस्थों के साथ शामिल हुआ हमास

Israel Hamas Ceasefire: हमास का एक प्रतिनिधिमंडल नए युद्धविराम पर बातचीत के लिए मिस्र की राजधानी काहिरा में कतरी और अमेरिकी मध्यस्थों के साथ शामिल हो गया है. उम्मीद की जा रही है कि इज़राइल ने मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान की शुरुआत से पहले छह हफ्ते के युद्धविराम के समझौते को "कमोबेश स्वीकार" कर लिया है.

जल्द होगा समझौता
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने रविवार को कहा कि छह हफ्ते की रोक से ज्यादा इजरायली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई होगी. रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने कहा है कि अगले 24 से 48 घंटों के भीतर संघर्ष विराम पर एक समझौता हो सकता है. हमास के एक सूत्र ने मिस्र की मीडिया को बताया कि यह समझौता इस बात पर निर्भर करता है कि इजरायल उसकी मांगों पर सहमत होगा.

100 से ज्यादा लोगों की मौत
गाजा शहर के उत्तर में 29 फरवरी की घटना के बाद समझौते के लिए दबाव तेज हो गया, जहां कथित तौर पर 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे. खबर है कि भीड़ ने एक सहायता काफिले पर धावा बोल दिया था. भीड़ ट्रकों से खाना लेने की कोशिश कर रही थी. इसके बाद हमास ने इज़राइल पर नागरिकों पर गोली चलाने का इल्जाम लगाया था. हालांकि इजराइल ने इससे इनकार किया है. रविवार को, इज़राइल रक्षा बल (IDF) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा: "हमारी प्रारंभिक समीक्षा ने तस्दीक की है कि सहायता काफिले की ओर आईडीएफ द्वारा कोई हमला नहीं किया गया था." हगारी ने कहा, "भगदड़ के परिणामस्वरूप अधिकांश फ़िलिस्तीनी मारे गए या घायल हुए."

सेना के पास आए लुटेरे
हमले पर सफाई देते हुए हगानी ने कहा कि "जमीन पर कमांडरों और बलों से हमने जो जानकारी हासिल की है, उससे हमारी प्रारंभिक समीक्षा से संकेत मिलता है कि भगदड़ को तितर-बितर करने के लिए चेतावनी के तौर पर गोलीबारी की गई और जब हमारी सेना पीछे हटने लगी, तो कई लुटेरे हमारी सेना के पास आए और उनके लिए तत्काल खतरा पैदा कर दिया."

हुई जवाबी कार्रवाई
हगारी ने कहा, "शुरूआती जांच के मुताबिक, सैनिकों ने कई व्यक्तियों के प्रति जवाबी कार्रवाई की." आईडीएफ के अनुसार, निवासियों ने अल-रशीद स्ट्रीट पर ट्रकों को घेर लिया और आपूर्ति लूट ली, कई फिलिस्तीनी ट्रकों से टकरा गए या भीड़ द्वारा कुचल दिए गए. गाजा के हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस घटना में 104 लोगों की मौत हो गई और 280 घायल हो गए.

Trending news