Gaza War: इसराइली सैनिकों ने फिर से एक बार इंसानियत को शर्मसार को कर दी है. IDF ने ठंड और बारिश से बचने के लिए तंबू में रह रहे फलस्तीनियों पर भीषण बमबारी की. इस हमले में 3 मासूमों समेत 18 लोगों की मौत हो गई. इसराइल का कहना इस तंबू के बने रिफ्यूजी कैंप में हमास के लड़ाके छिपे हुए थे.
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Gaza War: गाजा में इसराइली सैनिकों के कायराना हमले लगातार जारी हैं. आईडीएफ के ताजा हमले में तीन मासूम और हमास संचालित पुलिस बल के दो आला अफसरों समेत 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं. मरने वालों में बच्चों के अलावा ज्यादातर महिलाएं हैं. इससे पहले 30 दिसंबर के हमले में 27 फिलिस्तिनियों की मौत हो गई थी, जबकि 150 से ज्यादा लोग शदीद जख्मी हो गए थे.
सहायता काफिलों की मदद करने वालों को बनाया निशाना
इसराइल ने यह ताजा हमला मानवीय क्षेत्र घोषित किए गए मुवासी नाम के इलाके में लगाए गए एक तंबू पर किया. इस इलाके में लगाए गए तंबुओं में हजारों बेघर लोग ठंड और बरसात से बचने के लिये रह रहे हैं. वहीं, दूसरा हमला मध्य गाज़ा पट्टी पर किया, जहां से कम से कम आठ फलस्तीनियों की मौत खबर आई है. अल अक्सा शोहदा हॉस्पिटल के मुताबिक, मरने वालों में स्थानीय कमेटी के मेंबर शामिल हैं जो सहायता काफिलों की मदद करते थे. अमेरिकी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के एक पत्रकार ने हॉस्पिटल में हताहतों की तादाद की पुष्टि की.
तीन मासूमों की मौत
वहीं, इसराइली सेना ने कहा कि उसने गाजा पट्टी में हमास के इंटरनल सिक्योरिटी सिस्टम के एक सीनियर सदस्य को निशाना बनाकर हमला किया. फलस्तीनी अफसरों के अनुसार इस हमले में तीन बच्चों समेत नौ दीगर लोग मारे गए. यह हमला गुरुवार को तड़के मुवासी मानवीय क्षेत्र में स्थित एक तंबू पर किया गया.
इसराइली सेना का ये है आरोप
IDF ने कहा कि गाजा में हमास द्वारा संचालित पुलिस बल के एक सीनियर अफसर होसाम शाहवान, जो खुफिया जानकारी जुटाने में शामिल थे, जिसका इस्तेमाल हमास की सशस्त्र शाखा ने इसराइली बलों पर हमले के लिए करता था उसकी मौत हो गई. इसके अलावा एक अन्य सीनियर पुलिस अफसर मेजर जनरल महमूद सला भी हमले में मारे गये. इसराइली सेना का कहना है कि हमास के लड़ाके नागरिकों के बीच छिपे हुए हैं और उन्होंने आम लोगों की मौत के लिए फलस्तीनी ग्रुप को जिम्मेदार ठहराया. गाजा में हमास द्वारा संचालित सरकार में हजारों पुलिसकर्मी शामिल थे, जिन्होंने जंग शुरू होने से पहले हाई लेवल की सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखी थी.
45 हजार से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत
इसराइल द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद कई इलाकों में पुलिस बड़े पैमाने पर सड़कों से गायब हो गई है, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है. यह जंग तब शुरू हुआ जब हमास के लड़ाकों ने सात अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इसराइल पर हमला कर दिया, जिसमें 1200 लोगों की मौत हो गई थी और उसने करीब 250 लोगों को यर्गमाल बना लिया था. करीब 100 लोगों को हमास ने अब भी बंधक बनाया हुआ है. स्थानीय स्वास्थ्य अफसरों के मुताबिक, इसराइल के हवाई और जमीनी हमले में 45 हजार से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हुई है. मंत्रालय का कहना है कि मरने वालों में आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं.