Smart Meter Consumers news: स्मार्ट मीटर में नई तकनीक को शामिल किया गया है, जिसके तहत नोटिस के 15 दिन पूरे होने के बाद ऑटोमेटिक ही विद्युत मीटर डिस्कनेक्ट हो जाएगा. इसके बाद अगर उपभोक्ता बिल की राशि जमा करवा देता है तो फिर से ऑटोमेटिक बिजली चालू भी हो जाएगी.
Trending Photos
विपन कुमार/धर्मशाला: अक्सर जब आप बिजली का बिल भरने में देरी करते हैं तो आपके बिल पर पैनल्टी लग जाती है और आपके घर की ट्यूब लाइट और पंखा लगातार चलता रहता है. वहीं, जब आप एक लंबे समय तक बिल जमा नहीं करते हैं तब बिजली कर्मचारी आपके घर आकर मीटर ही काट देते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
मीटर नहीं कट जाएगा बिजली कनेक्शन
विद्युत बोर्ड के कर्मचारी अब बिजली का मीटर काटने के लिए आपके घर नहीं आएंगे. बल्कि एक निर्धारित समय के बाद अगर उपभोक्ता बिल जमा नहीं करता है तो उन्हें 15 दिन का नोटिस जारी किया जाएगा और अगर इस नोटिस के बावजूद बिल जमा नहीं होता है तो उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन ऑटोमेटिक तरीके से कट जाएग.
ह्यूमन इंटरवेंशन हो गई खत्म
जी हां स्मार्ट मीटर में एक नई तकनीक इजाद की गई है, जिसके चलते मीटर काटने की प्रक्रिया में ह्यूमन इंटरवेंशन खत्म हो गई है यानी अब आप बिजली कनेक्शन हटाने में कोई हस्तक्षेप नहीं कर पाएंगे. यह व्यवस्था विद्युत बोर्ड द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर में लागू कर दी गई है. बिजली मीटर कटने के बाद अगर कोई उपभोक्ता बिल जमा कर देता है तो उसका बिजली कनेक्शन ऑटोमेटिक तरीके से चालू भी हो जाएगा.
ये भी पढ़ें- इस बैंक के कर्मचारियों के लिए राहतभरी खबर, अब जल्दी से नहीं होगा ट्रांसफर
क्यों काटा जाएगा बिजली कनेक्शन
ऐसे में अब जिन उपभोक्ताओं के घर में स्मार्ट मीटर लगे हैं उन्हें यह तय करना होगा कि वे हर माह बिल भरेंगे या फिर कनेक्शन कटने के बाद. बता दें, निर्धारित समय पर बिल न देने वाले उपभोक्ताओं की संख्या अधिक होने की वजह से एक साथ इतने मीटर काटना संभव नहीं हो पाता था, जिसका तोड़ निकालते हुए विद्युत बोर्ड ने यह तरीका अपनाया है.
धर्मशाला और शिमला में लग रहे स्मार्ट मीटर
गौरतलब है कि इन दिनों धर्मशाला और शिमला में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य चल रहा है. अधिकतर उपभोक्ताओं के घर में स्मार्ट मीटर लग भी चुके हैं. विद्युत बोर्ड मंडल धर्मशाला के अंतर्गत 53 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं, इनमें से नगर निगम धर्मशाला एरिया में 33,159 उपभोक्ता शामिल हैं और अभी धर्मशाला शहरी क्षेत्र में ही स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- Joshimat की तरह हिमाचल प्रदेश पर मंडरा रहे खतरे के बादल, यहां भी धंसने लगी जमीन
इसलिए नहीं कटेगा मीटर
मालूम हो कि कई बार उपभोक्ता 2 से 3 माह तक विद्युत बिल का भुगतान टालते रहते हैं. ऐसे में समय बढने के साथ बिल राशि भी बढ़ जाती है, जो कि कई बार उपभोक्ता के लिए भुगतान करना मुश्किल हो जाता है. पहले यह भी शिकायत रहती थी कि विद्युत बोर्ड के कर्मचारी सही ढंग से व्यवहार नहीं करते. वहीं, जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने विद्युत बोर्ड कर्मचारी उनके घर पहुंचते थे तो उन्हें भी अच्छा नहीं लगता था. इन्हीं सभी समस्याओं के समाधान के लिए स्मार्ट मीटर में नई तकनीक इजाद की गई है.
WATCH LIVE TV