लंपी वायरस का खतरा बढ़ता देख बिलासपुर पहुंची पशु विशेषज्ञों की एक-एक टीम
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लंपी वायरस का खतरा बढ़ता देख बिलासपुर पहुंची पशु विशेषज्ञों की एक-एक टीम

देशभर में लंपी वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है. बिलासपुर में पशुओं में लंपी वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र से पालमपुर वेटनरी कॉलेज से तीन सदस्यों की टीम बिलासपुर पहुंची गई है.

लंपी वायरस का खतरा बढ़ता देख बिलासपुर पहुंची पशु विशेषज्ञों की एक-एक टीम

विजय भारद्वाज/बिलासपुर: देशभर में लंपी वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है. बिलासपुर में पशुओं में लंपी वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र से पालमपुर वेटनरी कॉलेज से तीन सदस्यों की टीम बिलासपुर पहुंची गई है. बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर बिलासपुर में पशुओं में फैल रहे लंपी वायरस की गहनता से जांच करने की जा रही है. 

बिलासपुर में कितनी हुई संक्रमण की संख्या
लाला लाजपतराय पशुचिकित्सा व पशुविज्ञान विश्वविद्यालय हिसार के रोग अनुसंधान अधिकारी डॉक्टर रमेश, रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी जालंधर से डॉक्टर गौरव सहित वेटनरी कॉलेज पालमपुर के वेटनरी माइक्रो बायोलॉजी हेड डॉक्टर राजेश, वेटनरी मेडिशन डॉक्टर अजय, वेटनरी पैथोलॉजी डॉक्टर आरडी पाटिल पहुंचे हुए हैं. जिन्होंने जिला के अलग-अलग स्थानों और गौशालाओं में जाकर लंपी वायरस से ग्रसित पशुओं की जांच की और सैम्पल इकट्ठा किये हैं. बता दें, बिलासपुर जिला में अब तक 3,155 मवेशी लंपी वायरस की चपेट में आ चुके है, जिनमें से 127 पशुओं की मौत हो चुकी है. 

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पशु विशेषज्ञों की एक-एक टीम को भेजा गया बिलासपुर
रोग अनुसंधान अधिकारी डॉक्टर रमेश ने कहा कि पशुओं में फैल रहा लंपी वायरस भयावह रूप लेता जा रहा है. बेसहारा पशु लगातर इसकी चपेट में आते जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार केंद्र और राज्य से पशु विशेषज्ञों की एक-एक टीम बिलासपुर भेजी गई है. यहां लंपी वायरस से ग्रसित पशुओं के सैंपल इकट्ठा कर लैब में टेस्ट कराए जाएंगे और इसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी. 

गौशाला संचालकों को वैक्सीन कराई जाएगी उपलब्ध  
वहीं वेटनरी कॉलेज पालमपुर के हैड डॉक्टर राजेश चहोता का कहना है कि लंपी वायरस ग्रसित पशुओं के सैंपल लेने के बाद वायरस की रोकथाम के लिए विचार-विमर्श कर जल्द ही इस बीमारी पर काबू पाया जाएगा. जिला के सभी पशु पालकों और गौशाला संचालकों को वैक्सीन उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में लंपी वायरस के 35 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं जबकि 2600 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है.

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