बरनाला में किसान की बेटी कुलबीर कौर बनी ट्रेनी पायलट, युवाओं को दिया खास संदेश
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बरनाला में किसान की बेटी कुलबीर कौर बनी ट्रेनी पायलट, युवाओं को दिया खास संदेश

बरनाला में एक छोटे किसान की बेटी कुलबीर कौर ने ट्रेनी पायलट बन गांव, देश और परिवार का नाम रोशन किया है. कुलबीर कौर ने 150 घंटे की फ्लाइंग पूरी कर ली है. अब उनकी 50 घंटे की फ्लाइंग होना बाकी है. ऐसे में पूरा परिवार काफी खुश है कि उनकी बेटी पायटल बन रही है.

बरनाला में किसान की बेटी कुलबीर कौर बनी ट्रेनी पायलट, युवाओं को दिया खास संदेश

नई दिल्ली: बरनाला जिले के गांव मनाल की रहने वाली कुलबीर कौर ट्रेनी पायलट बनी हैं. कुलबीर कौर के पिता छोटे किसान हैं और माता आंगनवाड़ी वर्कर हैं. ऐसे में बेटी के ट्रेनी पायलट बनने पर सभी को उस पर गर्व हो रहा है. कुलबीर कौर ने बताया कि अभी तक उसकी 150 घंटे की फ्लाइंग हो चुकी है जबकि 50 घंटे की फ्लाइंग होना बाकी रह गई है. फ्लाइंग पूरी होते ही उन्हें कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिल जाएगा. 

राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सारणी का जताया आभार
कुलबीर कौर ने बताया कि राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत सारणी ने उनकी बहुत मदद की इसके लिए उन्होंने विक्रमजीत का धन्यवाद किया. लड़की के परिजनों ने कहा उन्हें इस बात का गर्व है कि एक छोटे से गांव और गरीब घर की बच्ची आज पायलट बन रही है. आज पंजाब में युवा अपने सुनहरे भविष्य के लिए भारत छोड़कर विदेशों में जा रहे हैं. वहीं बरनाला जिले के गांव मनाल में छोटे से घर की लड़की देश में ही रहकर पायलट बन देश और गांव का नाम रोशन कर रही है. 

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पटियाला फ्लाइंग क्लब से की शुरुआत
ट्रेनी पायलट कुलबीर कौर ने बताया कि पायलट बनना उसका सपना था. जब भी वह जहाज को देखती थी तो उसकी इच्छा होती थी कि वह भी बड़ी होकर जहाज उड़ाए. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पटियाला फ्लाइंग क्लब से की थी, लेकिन उसके बाद उन्होंने किसी दूसरे फ्लाइंग स्कूल में एडमिशन ले लिया और 150 घंटे की उड़ान पूरी की है. इसके बाद 50 घंटे की और उड़ान करने के बाद उसके 200 घंटे पूरे हो जाएंगे, जिसके बाद उसे कमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिल जाएगा. 

युवाओं को दिया खास संदेश
वहीं उन्होंने बताया कि वह शुरू से ही पायलट बनना चाहती थी इसलिए उसने कभी भी विदेश जाने का नहीं सोचा था. उन्होंने कहा कि पायलट बनने के लिए करीब 70 से 80 लाख रुपये का खर्चा आता है. जबकि उनके पास इतना पैसा ही नहीं था. इस दौरान आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य विक्रमजीत साहनी ने स्कॉलरशिप के रूप में उनकी मदद की इसके लिए उन्होंने विक्रमजीत साहनी का धन्यवाद किया. इसके साथ ही उन्होंने देश के युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि अगर युवा देश में रहकर ही पढ़ाई करें और काम करें तो यहां पर अच्छा भविष्य बन सकता है.

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घर काम में भी हाथ बटाती हैं ट्रेनी पायलट
इसके अलावा ट्रेनी पायलट कुलबीर कौर की माता सरबजीत कौर और पिता अवतार सिंह ने बताया कि उनकी बेटी बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी. वह हॉकी की भी बहुत अच्छी खिलाड़ी रही है. उनकी बेटी ने गांव के ही एक प्राइवेट स्कूल से अपनी स्कूली पढ़ाई की है. वह शुरू से ही पायलट बनना चाहती थी ऐसे में उसका सपना पूरा करने के लिए सभी ने उसकी मदद की. वहीं उन्होंने बताया कि वह खुद एक आंगनवाड़ी वर्कर हैं और उनके पति एक छोटे किसान हैं. ऐसे में घर की परिस्थिति को देखते हुए उनकी बेटी घर के काम में भी हाथ बटाती है.

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