Motion Sickness: क्या आपको भी यात्रा के दौरान आते हैं चक्कर और उल्टी, हो सकती है ये बीमारी
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2440229

Motion Sickness: क्या आपको भी यात्रा के दौरान आते हैं चक्कर और उल्टी, हो सकती है ये बीमारी

Motion Sickness: मोशन सिकनेस, जिसे 'यात्रा बीमारी' भी कहा जाता है. इसमें लोगों को सफर के दौरान जी मिचलिना, चक्कर आना और उल्टी आना शामिल है. 

 

Motion Sickness: क्या आपको भी यात्रा के दौरान आते हैं चक्कर और उल्टी, हो सकती है ये बीमारी

Motion Sickness: जब हम किसी वाहन जैसे कार, बस, नाव, ट्रेन या विमान में होते हैं और सफर के दौरान हमें चक्कर और उल्टी आती है या फिर ऐसा महसूस भी होता है तो उसे 'मोशन सिकनेस' कहा जाता है. मोशन सिकनेस को 'यात्रा बीमारी' भी कहा जाता है.

मोशन सिकनेस का मुख्य कारण मस्तिष्क की संवेदनाओं का असंतुलन होना है. जब हम किसी चलते वाहन में होते हैं, तो हमारी आंखों को एक स्थिर दृश्य मिलता है, जबकि हमारे कान और शरीर की अन्य संवेदनाएं गति को महसूस करती हैं. यह असंतुलन मस्तिष्क में भ्रम पैदा करता है, जिससे 'मोशन सिकनेस' होती है. अक्सर छोटे बच्चों में मोशन सिकनेस का खतरा देखने को मिलता है, क्योंकि उनके मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र विकसित हो रहे होते हैं.

ये भी पढे़ं- Tirupati Laddu में इस्तेमाल होने वाले घी में पाई गई 'सुअर की वसा' और कई अशुद्धियां!

बच्चों के साथ-साथ महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन के कारण मोशन सिकनेस होने की संभावना ज्यादा होती है. खासकर गर्भावस्था के दौरान यह ज्यादा बढ़ जाती है. इसके अलावा, जो लोग माइग्रेन जैसी बीमारियों से ग्रसित होते हैं, उनमें मोशन सिकनेस का अधिक खतरा होता है. वृद्ध लोग भी इससे प्रभावित हो सकते हैं.

मोशन सिकनेस से बचाव के लिए यात्रा करते समय, अगर संभव हो तो ड्राइवर की सीट के पास या विमान में विंग के पास बैठें. यात्रा के दौरान कार में खिड़की खोलने या एसी चलाने से ताजगी बनी रहती है. इससे आपको आराम मिलेगा. यात्रा के दौरान किताबें पढ़ने या मोबाइल पर गेम खेलने से बचें, क्योंकि यह मस्तिष्क को और अधिक भ्रमित कर सकता है. इसकी बजाय म्यूजिक सुनें या किसी से हल्की बातचीत करें.

ये भी पढे़ं- Tirupati Laddu: 'मंदिर के लड्डू बनाने के लिए पशु चर्बी का किया गया था इस्तेमाल'

इसके अलावा, सफर शुरू करने से पहले हल्का भोजन करें. भारी और मसालेदार खाना खाने से बचें. अगर आप अक्सर 'मोशन सिकनेस' का सामना करते हैं, तो चिकित्सक से परामर्श करें. कुछ दवाइयां लेकर चलें, जो आपको इस समस्या से राहत दिला सकता हैं. अदरक की चाय पीने से भी राहत मिल सकती है. ये प्राकृतिक तत्व मस्तिष्क को शांत करने में मदद करते हैं. हालांकि, सफर के दौरान भूखा नहीं रहना चाहिए, वरना इस परेशानी में इजाफा हो सकता है. छोटी-छोटी चीजों का ख्याल रखकर आप 'मोशन सिकनेस' को नियंत्रित कर सकते हैं और यात्रा का भरपूर आनंद उठा सकते हैं.

(आईएएनएस)

Trending news