PM लघु फूड प्रोसेसिंग इकाइयों के लिए बरनाला में लगाया गया जागरूकता कैंप
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh1887234

PM लघु फूड प्रोसेसिंग इकाइयों के लिए बरनाला में लगाया गया जागरूकता कैंप

Baranala News: पंजाब के बरनाला में PM लघु फूड प्रोसेसिंग इकाइयों के लिए जागरूकता कैंप लगाया गया. 

PM लघु फूड प्रोसेसिंग इकाइयों के लिए बरनाला में लगाया गया जागरूकता कैंप

Baranala News: भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री लघु फूड प्रोसेसिंग इकाइयों को प्रफुल्लित करने की योजना तहत आज जिला उद्योग केंद्र बरनाला की तरफ से एक जागरूकता कैंप लगाया गया. 

इस कैंप में सेल्फ हेल्प ग्रुप्स ऑर्गेनिक खेती करने वाले किसान, ऑर्गेनिक खेती से पैदावार के विक्रेता और शहर व्यापारी और शहर निवासियों को इस कैंप में विशेष तौर पर निमंत्रण दिया गया. प्रधानमंत्री लघु फूड प्रोसेसिंग स्कीम्स का लाभ ले रहे लोगों ने इस जागरूकता कैंप की भरपूर प्रशंसा की. 

इस मौके डिप्टी कमिश्नर बरनाला और जिला उद्योग केंद्र बरनाला के आल्हा अधिकारी सरकार द्वारा चलाई जा रही लघु फूड प्रोसेसिंग स्कीम्स की विशेष जानकारी देने के लिए पहुंचे. 

वहीं, ऑर्गेनिक खेती से पैदावार की गई घरेलू चीजों की स्टॉल्स भी लगाई गई जिसमें शुद्ध सरसों का तेल, शुद्ध शहद, ऑर्गेनिक दाल अनाज आदि लोगों का आकर्षण का केंद्र रही.  इस मौके जिला उद्योग केंद्र के जनरल मैनेजर भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री लघु फूड प्रोसेसिंग इकाइयों को प्रफुल्लित करने की योजना तहत पहुंचे सभी लोगों को जानकारी दी और बात करते बताया की प्रधानमंत्री लघु फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय की तरफ से चलाई जा रही. 

बता दें, PMFME स्कीम पिछले 3 सालों से चल रही है. जिसमें लोगों को लघु उद्योग के बारे में जानकारी दी जाती है और छोटे उद्योग को खोलने के लिए जागरूकता कैंप लगाए जाते हैं. इसी के तहत आज डिप्टी कमिश्नर बरनाला की रहनुमाई में यह जागरूकता कैंप लगाया गया था. जिसमें खेती-बाड़ी विभाग, लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर विभाग जो इस स्कीम के साथ सीधे तरीके से जुड़े हुए हैं. 

उनको विशेष तौर पर बुलाया गया था. उसके अलावा सेल्फ हेल्प ग्रुप फूड प्रोसेसिंग के साथ जुड़े इकाइयां और पैदावार करने वाले किसानो विशेष तौर पर बुलाया गया था और इन जागरूकता कैंप का बहुत ज्यादा फायदा मिल रहा है और जिला बरनाला इस स्कीम्स में पिछले साल दूसरे नंबर पर रहा था.

इस मौके पहुंचे सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं और ऑर्गेनिक खेती से जुड़े किसानों ने भी अपनी-आप की पैदावार की स्टॉल्स इस जागरूकता कैंप पर लगाई हुई थी और इस मौके बात करते उन्होंने बताया कि वह अपनी मेहनत से पैदा की गई सारी और दैनिक खेती की फसल जो रसोई में काम आने वाले होते हैं वह यहां लेकर आए हैं और यह शुद्ध ऑर्गेनिक है जिसका सेट को कोई नुकसान नहीं है और मुनाफा भी अच्छा होता है और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस तरह की स्कीम्स का वह काफी अच्छा लाभ ले रहे हैं.

Trending news