Pandit Jagannath Sharma News: हिमाचल प्रांत के प्रथम संघ संचालक पंडित जगन्नाथ शर्मा ने एम्स अस्पताल को देहदान किया. परिजनों ने एम्स प्रबंधन व संघ कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में सौंपा मृत देह. एम्स अस्पताल बिलासपुर को पंडित जगन्नाथ के रूप में मिला पहला देहदान.
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Bilaspur News: हिमाचल प्रांत के प्रथम संघ संचालक पंडित जगन्नाथ शर्मा का आकस्मिक निधन हो गया है. पंडित जगन्नाथ शर्मा की संघ में अहम भूमिका रही है और विभिन्न स्थानों पर सेवारत रहे हैं, जहां एक ओर जगन्नाथ शर्मा ने जीतेजी समाजसेवा के कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लिया तो साथ ही अपनी मृत्यु के पश्चात अपनी देह का दान एम्स बिलासपुर को करने का भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया, जिनकी इच्छा के अनुरूप उनके परिजनों ने जगन्नाथ शर्मा की मृत्यु के पश्चात उनका मृतदेह एम्स बिलासपुर को दान कर दिया है.
परिवारजनों ने एम्स प्रबंधन की मौजूदगी में देहदान से संबंधित निर्धारित औपचारिकताओं को पूरा किया. इस मौके पर परिवार के सदस्यों में ज्येष्ठ पुत्र सुदर्शन, पुत्र प्रदीप, संदीप और पौत्र अक्षय, आदित्य व ध्रुव शर्मा, जबकि हिमाचल प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज, पूर्व प्रांत संघ चालक कर्नल रूपचंद, प्रांत कार्यवाह डॉक्टर किस्मत कुमार, विश्व हिंदू परिषद उत्तर क्षेत्र महामंत्री लेखराज राणा, एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर वीर सिंह नेगी मौजूद रहे.
गौरतलब है कि पंडित जगन्नाथ शर्मा का जन्म 27 जून 1927 को जिला बिलासपुर के अमरपुर गांव में हुआ था. इनके पिता का नाम पंडित जयराम और माता का नाम बिन्द्रावती था. इकलौती सन्तान होने के चलते 23 वर्ष की आयु में इनका विवाह हो गया था. प्रारम्भिक शिक्षा सर बटलर हाई स्कूल शिमला में हुई जो कि वर्तमान में केन्द्रीय विद्यालय के रूप में संचालित किया जा रहा है.
इसके बाद जॉर्ज विजय हाई स्कूल बिलासपुर से मैट्रिक की परीक्षा 1944 में उतीर्ण की. 1946 में डीएवी कॉलेज लाहौर से फैकल्टी ऑफ साइंस की परीक्षा पास की. साथ ही फोर्मन कॉलेज लाहौर में भी अध्ययन किया. वहीं पंडित जगन्नाथ शर्मा आरएसएस के संपर्क में वर्ष 1941 में ही आ गए थे. इनका संघ प्रवेश शाखा भून्तर में हुआ था. इसके साथ ही पंडित जगन्नाथ शर्मा भारत विभाजन के प्रत्यक्ष गवाह रहे हैं व उन दिनों लाहौर में ही पढ़ते थे.
वहीं संघ द्वारा गठित पंजाब रिलीफ कमेटी में स्वयं सेवकों के साथ मिलकर कार्य किया. हिन्दुओं को सकुशल भारत भेजने का कार्य लगभग एक माह तक कमेटी के माध्यम से चला था. वहीं उन्होंने संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष परागपुर से किया और 1958 में गुरदासपुर जिला के संघचालक बने थे. वर्ष 1960 में अमृतसर विभाग के संघचालक का दायित्व ग्रहण किया.
संघ में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए हिमगिरी प्रान्त के संघ चालक भी रहे. इसके बाद वर्ष 2000 में हिमाचल प्रान्त के प्रथम संचालक बने और दायित्व का निर्वहन आपने वर्ष 2008 तक किया. वहीं दायित्व मुक्त होने के बाद भी पंडित जगन्नाथ शर्मा संघ कार्य में सक्रिय रहे थे. पंडित जगन्नाथ शर्मा ने 10 जुलाई 2023 को एम्स बिलासपुर में स्वयं जाकर अपना देहदान किया था. ऐसे में अब वह इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं लेकिन उनकी कार्यों व देहदान जैसा महत्वपूर्ण कदम समाज के लोगों को हमेशा याद रहेगा और उनके इस कदम के साथ ही एम्स अस्पताल बिलासपुर को पहला देहदान भी प्राप्त हुआ है.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर