Monsoon Season: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में आपको बारिश के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए. इससे आप बीमारियों के खुद को दूर रख सकते हैं.
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Shimla Weather Update: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है . मानसून की एंट्री के बाद से ही प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का दौर लगातार जारी है. मानसून की एंट्री के साथ जल जनित रोगों की संभावना भी बढ़ जाती है. ऐसे में शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है, ताकि लोग इन बीमारियों से अपना बचाव कर सकें.
मानसून की बारिशें शुरू हो चुकी है. ऐसे में नदियों में जल्द स्तर बढ़ना, नदियों में गाद और मिट्टी का आना आदि देखने को मिलता है. जल स्त्रोतों में भी इस दौरान गंदा पानी देखने को मिलता है.
जल स्त्रोत में गाद आने के कारण पानी की सप्लाई में भी मुश्किल होती है. गंदे पानी के सीधे सेवन से कई प्रकार की बीमारियां हो सकती है. बरसात में पानी को उबालकर पीना चाहिए या फिल्टर्ड पानी का सेवन करना चाहिए.
वहीं, शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड द्वारा लोगों से अपील की गई है कि बरसात में 10 मिनट तक उबाल कर पीना या फिल्टर्ड पानी का सेवन करना चाहिए. यह बरसात में होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए कारगर माना जाता है.
शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड ने जारी की एडवाइजरी
एसजेपीएनएल शिमला शहर के उपभोक्ताओं के लिए पेयजल के उपचार के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रहा है और आईएसः 10500:2012 पेयजल-विशिष्टता के अनुसार पेयजल गुणवत्ता मानकों के प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है.
हालांकि, मानसून का मौसम शुरू हो गया है और बरसात के मौसम के दौरान, डायरिया, जिआर्डियासिस, पेचिश, टाइफाइड बुखार, ई.कोलाई संक्रमण और साल्मोनेलोसिस जैसी जल जनित बीमारियों के फैलने की अधिक संभावना है, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसे विभिन्न स्वास्थ्य प्रभावों का कारण बनते हैं.
स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव से बचने के लिए सभी से अनुरोध है कि पानी को हमेशा 5-10 मिनट तक उबालें. तब ही पीएं. वीरेंद्र ठाकुर ने बताया की गंदगी (Turbidity in Water) अकेले स्वास्थ्य के लिए कोई प्रभाव नहीं डालती, कीटाणुशोधन (Disinfection) में हमारे हेल्थ में बाधा डालती है.
बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी के साथ हानिकारक रोगाणुओं को बढ़ने में मदद करती है. ऐसे में पानी उबालकर पीना बहुत जरूरी हो जाता है. उन्होंने कहा कि हालांकि जितनी भी पेयजल योजनाएं हैं. उनमें पानी फिल्टर करके ही भेजा जाता है, लेकिन ज्यादा गाद आने के कारण पानी में गंदगी रह जाती है.
वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अब शिमला में सामान्य पानी की सप्लाई की जा रही है. सभी पेयजल योजनाएं काम कर रही है. कई बार मानसून में ज्यादा पानी गाद आने के कारण सप्लाई करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन फिल्हाल पानी शहर के लिए सुचारू रूप से ही भेजा जा रहा है.
रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी, शिमला