Milk Bank in Chandigarh: समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) में नवजात के लिए ह्यूमन मिल्क बैंक खोला गया है.
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Milk Bank in Chandigarh: पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) में नवजात के लिए ह्यूमन मिल्क बैंक खोला गया है. बता दें, PGI 1 से 7 अगस्त तक स्तनपान सप्ताह मनाया. ऐसा होने से समय से पहले जन्मे बच्चों को काफी लाभ मिलेगा.
जानकारी के लिए बता दें, फरवरी 2022 में पीजीआई की नवजात इकाई ने नवजात शिशुओं के लिए ह्यूमन मिल्क बैंक की शुरुआत की थी. वहीं, इस खास सफ्ताह में दानदाताओं ने 37 सप्ताह का गर्भकाल पूरा करने से पहले जन्म हुए कमजोर बच्चों को आवश्यक पोषण प्रदान किया है. जिन्हें काफी ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है. वहीं, इस खास पहल से लोग काफी खुश हैं. लोगों को ये सोच काफी पसंद आ रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नियोनेटोलॉजी प्रोफेसर और मिल्क बैंक की संस्थापक डॉ. कन्या मुखोपाध्याय ने कहा कि जो बच्चे समय से पहले पैदा होते हैं. उन्हें ओरोगैस्ट्रिक ट्यूब के माध्यम से और बाद में चम्मच दूध पिलाना चाहिए. वहीं, जब एक बार जब बच्चा ठीक हो जाए, तो उसे स्तनपान कराना चाहिए. हालांकि, कई बार किसी बच्चे को ये नसीब नहीं हो पाता है. ऐसे में इसी को देखते हुए इस मिल्क बैंक की शुरुआत की गई है.
साथ ही कहा कि अब तक 700 से अधिक महिलाओं ने ह्यूमन मिल्क बैंक को अपना दूध दान किया है. जिसकी वजह से लगभग 450 प्राप्तकर्ता इससे लाभ उठा चुके हैं.
वहीं, समय से पहले एक बच्चे की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुछ दूध पिलाने की समस्याओं के कारण, मेरे बच्चे को बैंक से दूध मिला. मैं आभारी हूं और संतुष्ट हूं कि इस पहल ने मेरे बच्चे को नाजुक दौर में सहारा दिया. एक बार जब मैं अपनी समस्या से उबर जाऊंगी, तो मैं अन्य जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए दूध दान करने के लिए उत्सुक हूं. जानकारी के लिए बता दें, दान से पहले दाता और प्राप्तकर्ता दोनों की सहमति ली जाती है.