Himachal Pradesh News: कांग्रेस की विधायकी छोड़ बीजेपी में शामिल होकर भाजपा से उपचुनाव का टिकट लेने वाले राजेंद्र राणा और इंद्र दत्त लखनपाल आज समीरपुर पहुंचें, जहां उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल का आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की वजह बताई.
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अरविंदर सिंह/हमीरपुर: कांग्रेस की विधायकी छोड़ भाजपा से उपचुनाव का टिकट लेने वाले बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल और सुजानपुर से राजेंद्र राणा ने शुक्रवार को समीरपुर पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल का आशीर्वाद लिया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने भी दोनों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में विजय परचम लहराने का आशीर्वाद दिया. बता दें, दोनों ही भाजपा प्रत्याशियों ने कांग्रेस की विधायकी से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद भाजपा की तरफ से इन्हें उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया गया है. दोनों ही प्रत्याशी एक साथ पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे.
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वहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि पार्टी हाई कमान का फैसला ही उनके लिए सर्वोपरि है. राजेंद्र राणा ने कहा कि वह सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से हैं और बड़सर विधानसभा क्षेत्र भी दूर नहीं है. हाईकमान के निर्देशानुसार कार्यकर्ता बनकर आया हूं और कार्य करता रहूंगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की हालत खराब हो चुकी है, इसलिए उनके विधायक सत्तारूढ़ दल को छोड़कर दूसरी पार्टी को ज्वॉइन कर रहे हैं.
बड़सर से भाजपा प्रत्याशी इंद्र दत्त लखन पाल ने कहा कि वह 45 साल कांग्रेस में रहे हैं. कांग्रेस उनका घर था, लेकिन उन्हें वहां तवज्जो नहीं दी गई. गम तो होता ही है, लेकिन गम के साथ जीवन नहीं चल सकता. परिस्थितियां विपरीत होने के चलते ही भाजपा ज्वॉइन करने का फैसला लिया है.
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सुजानपुर से भाजपा के प्रत्याशी राजेंद्र राणा ने कहा कि उन्होंने कभी भी जातीय आधार पर राजनीति नहीं की है. वह समाज सेवा के भाव से लोगों के साथ जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि वह जन सेवा के लिए ही सुजानपुर में कार्य करते हैं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर कुछ कार्यकर्ता उनके भाजपा में चले जाने से नाराज चल रहे हैं तो उन्हें मना लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह जनता के साथ अन्याय होता नहीं देख सकते हैं.
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