Shimla Nagar Nigam: हिमाचल प्रदेश में शिमला नगर-निगम चुनाव को लेकर तेज हुई जुबानी जंग
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Shimla Nagar Nigam: हिमाचल प्रदेश में शिमला नगर-निगम चुनाव को लेकर तेज हुई जुबानी जंग

Himachal pradesh: हिमाचल प्रदेश में शिमला नगर निगम चुनाव को लेकर तेजी से प्रचार प्रसार किया जा रहा है. इस बीच कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी हमला देखने को मिल रहा है.   

Shimla Nagar Nigam: हिमाचल प्रदेश में शिमला नगर-निगम चुनाव को लेकर तेज हुई जुबानी जंग

संदीप सिंह/शिमला: शिमला नगर निगम का चुनाव प्रचार चरम पर है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे पर हमलावर नजर आ आ रहे हैं. इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि नगर निगम शिमला का चुनाव दोनों ही दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है. इसी कड़ी में आज नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मोर्चा संभाला और प्रदेश की सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं, दूसरी तरफ सत्ता दल कांग्रेस पार्टी से उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने भी एक प्रेसवार्ता कर भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला. 

स्मार्ट सिटी के पैसे का बीजेपी ने किया दुरुपयोग- उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान 
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पूर्व की भाजपा सरकार पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार ने स्मार्ट सिटी के पैसे का खूब दुरुपयोग किया है. बीजेपी ने ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए शिमला शहर में ठेके दिए. नगर निगम बनने के बाद इसकी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि शिमला में पीलिया फैलने के दौरान बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला किया, लेकिन इसमें पार्टी खुद ही घिरती नजर आई. पार्टी के नेता कह रहे हैं कि पीलिया 2018 में फैला, जबकि सच्चाई तो यह है कि शिमला में पीलिया 2016 में फैला था.

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इन गारंटियों पर जोर दे रही कांग्रेस
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी 10 गारंटियों को अपने कार्यकाल में ही पूरा करेगी, जिसमें OPS, महिलाओं को पेंशन के रूप में 1500 रुपये प्रति माह देने सहित युवाओं को रोजगार देना शामिल है. सरकार ने इस पर काम करना भी शुरू कर दिया है. भाजपा नेताओं द्वारा ऑपरेशन लोटस के बयानों पर हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि भाजपा ख्याली पुलाव पका रही है. कांग्रेस की सरकार मजबूत है जो 5 साल तक चलेगी. इसके अलावा शिक्षक भर्ती पत्र पर घिरी सरकार के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये सिर्फ प्रस्ताव था सब कमेटी के कई प्रस्ताव हैं, जिन्हें फाइनल नहीं माना जा सकता है. 

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