Eid-ul-Fitr 2023: भारत में दिखाई दिया चांद, कल मनाई जाएगी ईद
Advertisement

Eid-ul-Fitr 2023: भारत में दिखाई दिया चांद, कल मनाई जाएगी ईद

Eid-ul-Fitr 2023 Date: इस साल ईद-उल-फ़ितर 22 अप्रैल 2023 को मनाई जा रही है. 

Eid-ul-Fitr 2023: भारत में दिखाई दिया चांद, कल मनाई जाएगी ईद

Eid-ul-Fitr 2023 Date: भारत देश में ईद का त्योहार न केवल मुसलमान समुदाय के लोग बल्कि हर समुदाय के लोग साथ मिल कर मनाते हैं. ईद मुसलमान समुदाय का सबसे पवित्र और धार्मिक त्योहार माना जाता है. ईद से पहले 30 दिनों तक रमजान का पवित्र महीना होता है, जिसमें सभी मुस्लिम उपवास यानि रोजा रखते हैं .बता दें कि इस साल रमजान के पावन महीने की शुरुआत 23 मार्च को चांद के दीदार के साथ हो गई थी, इसलिए इस वर्ष ईद-उल-फ़ितर 22 अप्रैल 2023 को मनाई जा रही है. 

Mann Ki Baat 100th episode: 'मन की बात' के 100वें एपिसोड के साथ जारी होगा 100 रुपये का सिक्का, जानें खासियत

ये हैं ईद की रस्में 
रमजान के पवित्र महीने के अंत में ईद के त्योहार के दिन घरों  में स्वादिष्ट और लजीज़ पकवान बनते हैं. माना जाता है मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में ईद-उल-फितर का उत्सव शुरू हुआ. मान्यता अनुसार, पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी.  इस जीत की खुशी में सबका मुंह मीठा करवाया गया था, इसी दिन को मीठी ईद या ईद-उल-फितर के रुप में मनाया जाता है. 

ट्विटर से हटा तमाम लोगों का ब्लू टिक, हिमाचल के CM सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने ली सब्सक्रिप्शन

रमजान के महीने के दौरान मुसलमान मन और शरीर के लिए अशुद्ध मानी जाने वाली चीजों से दूर रहने का दृढ़ प्रयास करते हैं.जो लोग रमजान करते हैं और रोजा रखते हैं, वे सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच खाने, पीने और अशुद्ध विचारों से दूर रहते हैं. इस पूरे समय के दौरान वे अपने ईश्वर का अनुसरण करते हैं. रमजान का  महीना  प्रार्थना और अच्छे कर्मों का समय माना जाता है. ईद के त्योहार के दिन वे मस्जिद में तरावी की नमाज़ अदा करते हैं और परिवार और समुदायों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करते करते हैं.  

ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन सभी अपना उपवास तोड़ते हैं और शवाल के नए महीने की शुरुआत करते हैं. ईद-उल-फितर इस अवसर पर ,शीर खुरमा और किमामी सेवइयां जैसे मीठे व्यंजन तैयार किए  जाते हैं. इस दिन सभी साथ मिलकर अपना उपवास तोड़ते हैं और एक साथ भोजन करते हैं. बड़े-बुजुर्ग भी बच्चों को उपहार के रूप में पैसे देते हैं और इसे 'ईदी' कहा जाता है.

Trending news