Himachal: बिलासपुर जिला के नैनादेवी उपमंडल के तहत नेरी गांव की दिव्यांग संतोष कुमारी ढाई वर्ष के पश्चात पहुंची अपने घर, घर तक सड़क सुविधा ना होने के चलते महिला हॉस्टल में रहने को मजबूर थी. उपायुक्त बिलासपुर के निर्देश पर 8 फुट चौड़ी व 120 मीटर लंबी सड़क निर्माण के बाद आखिर संतोष अपने घर पहुंची.
Trending Photos
Himachal Pradesh/विजय भारद्वाज: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला के नैनादेवी उपमंडल के तहत गांव छड़ोल की दिव्यांग महिला संतोष कुमारी आखिरकार ढाई वर्षों के लंबे इंताजर के बाद अपने घर पहुंच गई है. गौरलतब है कि गांव नेरी की रहने संतोष कुमारी 78 प्रतिशत लोकोमोटर दिव्यांगता से ग्रसित है और घर तक सड़क सुविधा ना होने के कारण महिला होस्टल बिलासपुर में रहने को मजबूर थी. जिसकी जानकारी संतोष कुमारी ने जब उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक को दी तो उन्होंने उनके घर तक सड़क बनाने के निर्देश दिए और सड़क निर्माण के बाद आखिरकार संतोष कुमारी व्हीलचेयर के माध्यम से अपने घर पहुंच गई है.
बता दें की प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा दिव्यांगजनों का खास ख्याल रखते हुए जहां समय-समय पर कृत्रिम अंग वितरण कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जा रहा है तो साथ दिव्यांगजनों के घरों तक सड़क सुविधा मुहैया करवाने की बात भी सरकार व जिला प्रशासन द्वारा कही गयी थी, जिसे अमलीजामा पहनाते हुए बिलासपुर जिला प्रशासन ने एक सराहनीय पहल के तहत संतोष कुमारी के घर तक पक्की सड़क निर्माण करवाया है.
वहीं दिव्यांगता से ग्रसित संतोष कुमारी को अपने घर तक सड़क न होने के कारण गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, जिसके पश्चात उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक के नेतृत्व में इस मुद्दे को प्राथमिकता से हल किया गया जिससे अब उनके लिए घर तक पहुंचना संभव हो सका है.
ये भी पढ़े-: Nahan: शहर से आवारा पशुओं को किया जा रहा काऊ सेंचुरी शिफ्ट, पालतू कुत्तों का पंजीकरण करवाना अनिवार्य
उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के तहत गठित जिला स्तरीय समिति ने सर्वप्रथम संतोष कुमारी की समस्या उनके समक्ष रखी थी और उसके बाद संतोष कुमारी स्वयं अपनी समस्या को लेकर उनसे मिली भी थी. जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए 120 मीटर लंबी और 8 फुट चौड़ी सड़क के निर्माण के लिए उन्होंने आवश्यक धनराशि स्वीकृत की और सड़क निर्माण को लेकर खंड विकास अधिकारी (BDO) को आवश्यक निर्देश भी दिए.
इसके बाद पंचायत द्वारा तेजी से सड़क का निर्माण करवाया गया, जिससे अब संतोष कुमारी को बिना किसी समस्या के आवागमन की सुविधा मिल गई है. वहीं महिला हॉस्टल बिलासपुर में रह रही संतोष कुमारी सड़क निर्माण पूर्ण होने के बाद पहली बार अपने गांव अपने घर पहुंची जिससे वह काफी खुश नजर आईं है.
ये भी पढ़े-: Basant Panchami 2025: 2 या 3 फरवरी कब मनाएं बसंत पंचमी? जानें तिथि, समय, पूजा-पाठ और अनुष्ठान
वहीं अपने घर जाने से पहले संतोष कुमारी ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक का आभार जताया, जिसके बाद उपायुक्त द्वारा संतोष कुमारी को सम्मानित भी किया गया. वहीं रेड क्रॉस सोसाइटी की सहायता से उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करवाई गयी. इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी आर.सी. बंसल भी मौजूद रहे.
संतोष कुमारी के घर तक सड़क सुविधा उपलब्ध करवाने के बाद उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने जल्द ही उन्हें एक इलेक्ट्रिक स्कूटी भी प्रदान करने की बात कही है, जिससे उनका आवागमन और अधिक सरल व सहज हो जाएगा। वहीं इस मौके पर संतोष कुमारी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए प्रदेश सरकार व प्रशासन से प्रदेश के अन्य दिव्यांगजनों की भी इसी तरह मदद करने की अपील करते हुए उनकी जिंदगी आसान बनाने व दिव्यांगजनों के आवागमन में आने वाली परेशानियों का समाधान करने की मांग की है.