Punjab Kisan Protest: पंजाब व हरियाणा में किसान आंदोलन के चलते सभी ट्रक संचालक परेशान, उद्योगपतियों में भी नाराजगी
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2112454

Punjab Kisan Protest: पंजाब व हरियाणा में किसान आंदोलन के चलते सभी ट्रक संचालक परेशान, उद्योगपतियों में भी नाराजगी

Solan News in Hindi: बी.बी.एन. के उद्योगों से पिछले 3 दिन से दिल्ली के लिए कोई माल नहीं जा रहा है. ऐसे में ट्रक संचालक और उद्योगपति परेशान नजर आ रहे हैं. 

Punjab Kisan Protest: पंजाब व हरियाणा में किसान आंदोलन के चलते सभी ट्रक संचालक परेशान, उद्योगपतियों में भी नाराजगी

Nalagarh News: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बी.बी.एन. से पिछले दो दिन से दिल्ली के लिए कोई माल नहीं जा रहा है. पंजाब व हरियाणा में किसान आंदोलन के चलते सभी ट्रक रोके जा रहे है.  जिससे जहां ट्रक संचालक परेशानी में हैं. वहीं उद्योगों में तैयार माल भी नहीं जा रहा है. 

Himachal Congress: हिमाचल से राज्यसभा के लिए अभिषेक मनु सिंघवी ने भरा नामांकन, CM सुक्खू रहे मौजूद

ट्रक यूनियन नालागढ़ से प्रतिदिन औद्योगिक क्षेत्र बी.बी.एन. से 200 से 250 ट्रक सामान भर कर दिल्ली के लिए जाते थे. वहीं दिल्ली से भी प्रति दिन कच्चा माल लेकर बी.बी.एन. पहुंचते है, लेकिन पंजाब व हरियाणा में किसान आंदोलन के चलते न तो यहां से दिल्ली के लिए माल जा रहा है और न ही दिल्ली से कोई कच्चा माल जा रहा है. 

पंजाब व हरियाणा की सीमा पर लगते शंभू बार्डर व हरियाणा में भी कई स्थानों पर किसान आंदोलन के चलते ट्रकों को रोका जा रहा है, जिससे ट्रक संचालकों के ट्रक खड़े हो गए है. ट्रक संचालक कृष्ण कौशल, तरलोचन सैनी ने बताया कि किसान आंदोलन के चलते हर ट्रक संचालक परेशान है. लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है. दिल्ली से कोई सामान बी.बी.एन. नहीं पहुंच रहा है. व्यापारी वर्ग दुखी है. उद्योगों में तैयार माल भी नही निकल रहा है. रोजमर्रा का सामान मंहगा हो जाएगा. जिसका असर आम लोगों पर पड़ेगा.

लघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष हरबंस पटियाल ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते बद्दी बरोटिवाला नालागढ़ के उद्योगपतियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली से ना कोई गाड़ी आ रही है और ना यहां से कोई गाड़ी जा रही है क्योंकि उद्योगों में कच्चे माल की गाड़िया भी नहीं आ रही और ना ही तैयार माल यहां से जा रहा है. 

अभी तक उद्योग अपना माल स्टोर करके चल रहे है लेकिन अगर यह आंदोलन लंबा चला तो कई उद्योग बंद हो जाएगे. वहीं दिल्ली से आने वाले कच्चे माल की भी किल्लत शुरू हो जाएगी. डिस्पेच बंद होने से प्रदेश सरकार को भी राजस्व का नुकसान होगा. इनका कहना है की सरकार को किसानों की जायज मांगो को मान लेना चाहिए ताकि किस को कोई परेशनी ना झेलनी पड़े.

वहीं ट्रक यूनियन के महासचिव दिनेश कौशल ने कहा कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली के लिए कोई भी ट्रक रवाना नहीं हुआ है. जबकि प्रति दिन बी.बी.एन.से 250 ट्रक दिल्ली रवाना होते हैं. 

रिपोर्ट- नंद लाल, सोलन

Trending news