Himachal: कोरोना काल में हुए सेनिटाइजर और PPE किट घोटाले पर बोले सीएम सुक्खू
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh1557241

Himachal: कोरोना काल में हुए सेनिटाइजर और PPE किट घोटाले पर बोले सीएम सुक्खू

हिमाचल प्रदेश में विधायक प्राथमिकता की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सेनिटाइजर और PPE किट घोटाले पर सख्त रवैया अपनाया.

Himachal: कोरोना काल में हुए सेनिटाइजर और PPE किट घोटाले पर बोले सीएम सुक्खू

समीक्षा कुमारी/शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते दिन गुरुवार देर शाम विधायक प्राथमिकता की बैठक आयोजित की गई, जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लिए सभी विधायकों से अपने बहुमूल्य सुझाव और सक्रिय सहयोग का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि हिमाचल को ग्रीन स्टेट बनाना सरकार का लक्ष्य है. 

हिमाचल को 2025 तक किया जाएगा हरित ऊर्जा राज्य घोषित  
सीएम सुक्खू ने कहा कि इसी मकसद से अब परिवहन विभाग को पूरी तरह इलेक्ट्रिक किया जा रहा है. इसके लिए इलेक्ट्रिक गाड़ियों की खरीद भी शुरू कर दी गई है. सीएम ने कहा कि साल 2025 तक परिवहन विभाग को पूरी तरह इलेक्ट्रिकल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. हिमाचल को 2025 तक हरित ऊर्जा राज्य घोषित किया जाएगा. 

ये भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश में क्यों रद्द किए गए कोरोना काल में दर्ज मामले, क्या कहते हैं सीएम सुक्खू

इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही उन्होंने सेनिटाइजर और पीपीई किट घोटाले पर कहा कि हिमाचल सरकार जीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन की नीति पर कार्य कर रही है. सेनिटाइजर और PPE किट घोटाले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. इस मामले में सख्ती से कार्रवाही की जाएगी.

बता दें, पूरा मामला 2020 का है. इस समय डॉक्टर राजीव बिंदल जो कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे उन्होंने इनडायरेक्ट तौर पर अपना इस्तीफा दिया था, क्योंकि विपक्ष ने उस समय उन पर सवाल उठाए थे. राजीव बिंदल उस समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे, हालांकि राजीव बिंदल का जांच में किसी भी तरह से कोई नाम नहीं था, लेकिन उन्होंने इस समय अपने इस्तीफे में कहा था कि वह नैतिक आधार पर अपना इस्तीफा दे रहे हैं. 

ये भी पढ़ें- Himachal: इस जगह चल रहा था देह व्यापार, पुलिसकर्मी ने नकली ग्राहक बनकर किया भंडाफोड

यह है पूरा मामला
बता दें, सतर्कता एंव भ्रटाचार निरोधक ब्यूरो विजिलेंस ने तत्कालीन निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (सेवानिवृत्त) डॉ. अजय कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है. विजिलेंस तत्कालीन निदेशक के खिलाफ डीएचएस के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान एबीजी मशीनों की खरीद के लिए 4.25 लाख रुपये का कमीशन/रिश्वत लेने का आरोप लगा था. विजिलेंस ने तत्कालीन निदेशक को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया और उसे 4 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.

WATCH LIVE TV

Trending news