मुगल हरम में औरतों संग होता था ऐसा दुर्व्यवहार, बादशाह की बेटी ने किया खुलासा

Alkesh Kushwaha
Aug 29, 2023

मुगलों का इतिहास

मुगलों का इतिहास बेहद ही बड़ा है और हर हिस्से में पहुंच पाना आसान नहीं है. कई इतिहासकारों ने उस दौर के मुगल हरम का जिक्र किया है, जहां पर होने वाली बर्बरता का जिक्र किया है.

शाहजहां की बेटी जहांआरा

शाहजहां की बेटी जहांआरा ने तो अपनी डायरी में मुगल हरम के बारे में कई बातें बताई हैं. हरम में कैसे लड़कियों को लाया जाता था और फिर वह बाहर की दुनिया के लिए विलुप्त हो जाती थीं.

जहांआरा की डायरी

बताया जाता है कि 12 साल की उम्र में जहांआरा ने अपनी डायरी लिखनी शुरू की थी. उसने अपनी डायरी में शाहजहां के कार्यकाल से पहले और बाद की घटनाओं के बारे में बताया है.

डायरी में मुगल हरम

जहांआरा ने अपनी डायरी में मुगल हरम के बारे में अहम जानकारियां दी. उनके मुताबिक, मुगल हरम एक अजब दुनिया थी.

हरम की क्या होता था

मुगल हरम में अलग धर्म, प्रांत, जाति और देशों की महिलाएं थीं. इनमें रानियां, राजकुमारियां, सिंगर, डांसर और चित्रकार शामिल हैं.

हरम की औरतें

जहांआरा ने अपनी डायरी में लिखा कि हरम की औरतों पर नौकरानियों की एक सेना हमेशा नजर रखती थी. वह हर जानकारी बादशाह तक पहुंचाती थीं.

मुगल हरम में रानियां

मुगल हरम में कुछ रानियां इसलिए होती थीं क्योंकि राजपरिवार से उनकी शादी हुई थी. जबकि कुछ के साथ बादशाह को मोहब्बत हो गई थी.

मुगल की कुछ महिलाओं पर राजकुमारों का दिल आ गया था और ये सभी हरम में ही रहा करती थीं.

कई महिलाओं का तो जन्म भी हरम के अंदर हुआ, वहीं बड़ी हुईं और वहीं मर गई.

हरम का हिस्सा बनने के बाद औरतों का बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं होता था. जहांआरा को शाहजहां के दौर की सबसे प्रभावशाली और समृद्ध महिला माना जाता था.

जब वह 17 बरस की थी, तब उसकी मां चल बसी. इसके बाद इतनी कम उम्र में उसने हरम की जिम्मेदारी उठाई. इसके बाद उसने कई शानदार फैसले लिए. चांदनी चौक से लेकर दिल्ली में कई महलों का निर्माण कराने का श्रेय भी जहांआरा को ही जाता है.

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