26 जनवरी 1950: जानें भारत के पहले गणतंत्र दिवस से जुड़े 10 रोचक तथ्य

Kunal Jha
Jan 24, 2025

1. क्यों चुना गया 26 जनवरी का दिन?

भारत ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के लिए इसलिए चुना क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 'पूर्ण स्वराज' (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया था. यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था.

2. भारतीय संविधान का लागू होना

भारतीय संविधान को 26 नवंबर, 1949 को स्वीकार कर लिया गया था, लेकिन इसे औपचारिक रूप से 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया. इस कदम ने भारत को एक गणराज्य घोषित किया.

3. पहले राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण

डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी, 1950 को भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. इसके साथ ही भारत में गवर्नर-जनरल का पद समाप्त हो गया और राष्ट्रपति देश के प्रमुख बने.

4. पहली गणतंत्र दिवस परेड

पहली गणतंत्र दिवस परेड नई दिल्ली के इर्विन स्टेडियम (अब नेशनल स्टेडियम) में आयोजित की गई थी. मौजूदा समय में परेड अब कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) पर होती है.

5. पहले मुख्य अतिथि

पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति डॉ. सुकर्णो शामिल हुए थे. यह भारत की विदेश नीति में मित्रता और सहयोग का प्रतीक था.

6. ध्वज फहराने का समय

26 जनवरी, 1950 को सुबह 10:30 बजे राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रध्वज फहराया और भारतीय संविधान को अपनाने का औपचारिक ऐलान किया.

7. गणतंत्र दिवस का पहला अवकाश

26 जनवरी, 1950 को पहला राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया, जिसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया.

8. भारतीय संविधान की सबसे बड़ी विशेषता

भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है. इसे तैयार करने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा.

9. संविधान पर हस्ताक्षर करने वाले पहले व्यक्ति

भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के संविधान पर हस्ताक्षर करने वाले पहले व्यक्ति थे.

10. गणतंत्र बनने का महत्व

गणराज्य बनने के बाद भारत ने औपचारिक रूप से ब्रिटिश साम्राज्य के प्रभाव से पूरी तरह मुक्त होकर अपने संविधान के अनुसार चलने का निर्णय लिया.

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