पिछले दिनों यूपी की योगी सरकार ने ताबड़तोड़ तबादले किए थे. सीएम योगी ने आईपीएस मोहित अग्रवाल को वाराणसी का नया पुलिस कमिश्नर बनाया है. चुनाव आचार संहिता के पहले मोहित अग्रवाल को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भेज दिया गया. तो आइये जानते हैं कौन हैं मोहित अग्रवाल जो देश की सबसे वीआईपी सीट की कमान संभालेंगे.
1997 बैच के आईपीएस अफसर मोहित अग्रवाल यूपी के बरेली के रहने वाले हैं. योगी सरकार में उनकी गिनती तेज तर्रार अफसरों में होती है.
इससे पहले आईपीएस मोहित अग्रवाल एटीएस चीफ के तौर पर सेवा दे रहे थे. वह कई जिलों के कप्तान रहे.
आईपीएस मोहित अग्रवाल कानपुर में बिकरू कांड में भी चर्चा में रहे. घटना के बाद मुठभेड़ की कमान उन्होंने ही संभाली थी.
विकास दुबे का किला ढहाया पुलिस मुठभेड़ में दो बदमाश ढेर हो गए थे. उन्हीं के निगरानी में कुख्यात विकास दुबे का किला नुमा घर पुलिस ने ढहा दिया था.
बिकरू कांड में एक दुर्दांत अपराधी मुठभेड़ में ढेर हो गया था. आईपीएस मोहित अग्रवाल ने उसकी चार साल की बेटी को गोद ले लिया था.
इसके बाद दूसरी बार वह फर्रुखाबाद में हुए अपहरण कांड में चर्चा में आए थे.
साल 2020 में फर्रुखाबाद के काकरथिया गांव में एक सिरफिरे युवक सुभाष बाथम ने अपनी बेटी की जन्मदिन पार्टी के बहाने करीब 23 बच्चों को बंधक बना लिया था.
सिरफिरे ने बच्चों को छोड़ने के एवज में एक करोड़ रुपये की मांग की थी. उस समय मोहित अग्रवाल आई कानपुर थे.
मोहित अग्रवाल ने कमान संभालते हुए सभी 23 बच्चों को सकुशल मुक्त कराया था. इस मामले में उनकी खूब तारीफ हुई थी.
हालांकि, भीड़ ने सिरफिरे और उसकी पत्नी को पीट-पीटकर मार डाला था. आपीएस मोहित अग्रवाल के इस पराक्रम के लिए उन्हें गैलेंट्री सम्मान मिला.
फिलहाल मोहित अग्रवाल वाराणसी के नए पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं. उनके क्षेत्र में 30 थाने और एक पर्यटक थाना है.