लखनऊ और हरदोई के बीच करीब 1162 एकड़ जमीन पर टेक्सटाइल पार्क बनेगा. इसे बेहदर कनेक्टिविटी मिलेगी.
टेक्सटाइल पार्क का बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया गया है. इस परियोजना का बहुत जल्द शिलान्यास होगा.
इस मेगा टेक्सटाइल और अपैरल पार्क में विकास के 1 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है.
पार्क में 500 करोड़ रुपए से कोर इंफ्रास्ट्रक्टचर का निर्माण होगा जबकि 300 करोड़ रुपए का प्रावधान मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के लिए किया गया है.
कॉमन इंफ्रास्ट्रक्चर में रोड नेटवर्क, 24 घंटे और सातों दिन पावर सप्लाई, वॉटर सप्लाई, वेयरहाउस शामिल हैं.
सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर में वर्कर्स हॉस्टल, हाउसिंग जोन, मेडिकल फैसिलिटी, कॉमर्शियल एंड रिक्रिएटिंग फैसिलिटी शामिल है.
प्रीमियम स्पेस में इंडस्ट्रियल प्लॉट और प्लग एंड इंडस्ट्रियल शेड शामिल हैं. विकास कार्य पूरे होने के साथ ही इकाइयां स्थापित होंगी.
लखनऊ की तहसील मलीहाबाद और हरदोई की तहसील संडीला के गांवों में 1,000 एकड़ भूमि ये मेगा टेक्सटाइल पार्क बनेगा.
हरदोई की तहसील संडीला के कटियार, हड़हा, रैकवारखेड़ा और पवायां गांवों से करीब 259 एकड़ भूमि ली जा रही है.
इस टेक्सटाइल पार्क पर एक हजार करोड़ खर्च होंगे. यहां कपड़ों, हस्तशिल्प और अन्य उत्पादों के बड़े बड़े कारखाने लगेंगे.
लखनऊ, हरदोई के अलावा, कानपुर-उन्नाव के लाखों युवाओं को रोजगार मिलने का अनुमान है. हर साल 10 हजार करोड़ का कारोबार होगा.
संत कबीर मेगा वस्त्र एवं परिधान पार्क जल्द ही धरातल पर दिखने लगेगा. भूमि की हदबंदी के साथ ही प्लाट की नापजोख शुरू हो गई है.