नवरात्रि में दुर्गा मां की विधिवत पूजा और हवन करना जरूरी होता है. इसके लिए कई तरह की चीजों की जरूरत होती है. ऐसे में नवरात्रि शुरू होने से पहले ही हवन-पूजन की पूरी सामग्री जुटा लेना बेहतर होगा.
शारदीय नवरात्रि का त्योहार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है.
नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है. इसके लिए मिट्टी या तांबे-पीतल का कलश रखा जाता है.
घटस्थापना में कलश पर पंच पल्लव पत्ते रखना बेहद शुभ माना जाता है. हिंदू धर्म में इन 5 पत्तों को बहुत शुभ माना गया है.
ये पंच पल्लव पीपल,गूलर,अशोक, आम और वट वृक्ष के पत्ते होते हैं. फिर इन पंच पल्लव के ऊपर नारियल रखा जाता है.
अगर ये पत्ते ना मिल रहे हों तो केवल आम के पत्तों का उपयोग भी किया जा सकता है.
नवरात्रि की पूजा में घटस्थापना पर जौ बोया जाता है, इसे बहुत ही शुभ माना जाता है. लिहाजा जौ भी पहले से लाकर घर में रख लें.
नवरात्रि में पूरे नौ दिन हवन करने का बड़ा महत्व है. इसके लिए हवन कुंड, आम की लकड़ी, काले तिल, कुमकुम, अक्षत, जौ, धूप, पंचमेवा, घी, लोबान, लौंग का जोड़ा, गुग्गल, कमल गट्टा, सुपारी, कपूर ले आएं. साथ ही हवन में चढ़ाने के लिए भोग की व्यवस्था भी कर लें.