चैत्र नवरात्रि में माता को भूलकर भी न चढ़ाएं ये चीजें, क्रोधित हो जाएंगी माता
नवरात्रि में माता को प्रसाद या फूल चढ़ाते समय भूल से भी कुछ ऐसी चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए जिससे देवी रुष्ट हो जाएं.
इस साल चैत्र नवरात्रि 09 अप्रैल 2024 से शुरू होगी जो 17 अप्रैल तक चलेगी.
मां दुर्गा के नौ रूपों- मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है.
शास्त्रों में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जिनका उपयोग नवरात्रि पूजा में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.
नवरात्रि में कलश स्थापना के लिए गलती से भी टूटे हुए नारियल का प्रयोग न करें.
ध्यान रखें कि देवी को कनेर, धतूरा और मदार के फूल भूलकर भी न चढ़ाएं.
कलश के ऊपर हमेशा जटा वाले नारियल का ही प्रयोग करना चाहिए.
अक्षत चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखें कि चावल के दाने टूटे हुए यानी खंडित न हों.
प्रसाद में भूलकर भी माता रानी को लहसुन और प्याज से बनी चीजें न चढ़ाएं.
देवी की चुन्नी का वस्त्र कहीं से भी फटे हुए या मैले नहीं होने चाहिए.
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