उत्तराखंड, जिसकी खूबसूरती आपसे छिपी नहीं है. ये अपनी खूबसूरत वादियों के लिए देश-दुनिया में खूब मशहूर है और पर्यटकों की पहली पसंद है.
यहां के हर पहाड़ी जिलों की अपनी एक खासियत है. कोई पहाड़ के लिए फेमस है तो कोई नदी और झड़नों के लिए मशहूर है. ऐसा ही एक जिला चंपावत भी है.
वैसे तो यह जिला उत्तराखंड का सबसे छोटा जिला है, लेकिन पर्यटन के लिहाज से काफी खूबसूरत है. कहा जा सकता है कि यहां जन्नत की सैर कर सकते हैं.
मायावती आश्रम यहां के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है. ये आश्रम भारत और विदेश से आध्यात्मिक लोगों को आकर्षित करने के लिए जाना जाता है.
लगभग 100 साल पहले स्वामी विवेकानंद के शिष्य स्वामी विरजानन्द ने स्वामी विवेकानंद आश्रम की स्थापना की थी. ये आज भी समाजसेवा और आध्यात्मिकता का केंद्र है.
टनकपुर से लगभग 22 किलोमीटर दूर इस स्थान पर एक सुंदर ताल है, जिसका जल स्थानीय मिट्टी के रंग और पहाड़ों की छाया पड़ने के कारण काले रंग का प्रतीत होता है.
इन दिनों चाय बागान पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है, जिसे देखने के लिए तमाम लोग हर रोज यहां पहुंचते हैं. यहां करीब 241 हेक्टेयर में 60 हजार किलो चाय की पत्तियों का उत्पादन होता है.
लोहाघाट क्षेत्र में बनी कृत्रिम झील कोलीढेक, चारों ओर से खूबसूरत देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है. इस झील में नौकायन करने पर कश्मीर की डल झील का एहसास होता है.
एबट माउंट को ब्रिटिश शासन काल में बसाया गया था. माउंट एबट वैसे तो बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है, लेकिन इसे दुनिया की सबसे डरावनी जगहों में से एक भी माना जाता है.
माउंट एबट को जॉन हेरॉल्ड एबॉट ने बसाया था. उनके नाम पर ही इस जगह का नाम पड़ा. इस खूबसूरत स्थल से हिमालय का नजारा देखने लायक होता है.