Chaitra navratri 2023: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भारत में कई प्राचीन मंदिर हैं. जहां भक्त श्रद्धा भाव से सिर झुकाते हैं. ऐसे ही मंदिरों के दर्शन हम आपको कराने जा रहे हैं.
यूपी के बलरामपुर जिले में 52 शक्तिपीठों में से एक देवी पाटन मंदिर है. यहां माता सती का वाम स्कंध के साथ पट गिरा था. इसलिए इस शक्तिपीठ का नाम पाटन पड़ा.
सीतापुर के नैमिष धाम में मां ललिता देवी मंदिर स्थित है. ललिता देवी मंदिर माता के 52 शक्तिपीठों में से एक है. पुराणों के मुताबिक यहां माता सती का हृदय गिरा था.
वाराणसी में मां दुर्गा का शैलपुत्री मंदिर स्थित है, जहां मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्तों की लंबी भीड़ लगती है.
मान्यता है कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जब कोई अंग्रेज मां के मंदिर के पास से गुजरता था तो क्रांतिकारी बंधू सिंह अंग्रेज का सिर काटकर देवी मां को समर्पित करता था.
शक्तिपीठ शाकम्भरी देवी मंदिर यूपी के सहारनपुर में स्थित एक महाशक्तिपीठ है. ब्रह्मपुराण में इस पीठ को सिद्धपीठ कहा गया है.
काशी विश्वनाथ मंदिर से कुछ ही दूरी पर माता का शक्तिपीठ है. पुराणों के मुताबिक यहां माता सती के काम के मणि जड़ित कुंडल गिरे थे.