रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद से राम भक्तों की लगातार भारी भीड़ उमड़ रही है. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए ट्रस्ट ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर की गई हैं.
ट्रस्ट की ओर से मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी है.
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रतिदिन औसतन 1 से 1.5 लाख दर्शनार्थी दर्शन कर रहे हैं. दर्शनार्थी सुबह 6:30 बजे से लेकर रात 9:30 बजे तक दर्शन के लिए प्रवेश कर सकते हैं.
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रवेश करने से लेकर, दर्शन कर बाहर आने तक की प्रक्रिया सरल है.
दर्शनार्थियों को 60 से 75 मिनट के भीतर भगवान श्री रामलला सरकार के दिव्य दर्शन सुगमता से हो जाते हैं.
भक्त अगर अपना मोबाइल, जूते-चप्पल, पर्स आदि सामान मंदिर परिसर के बाहर रखकर आयेंगे, तो उन्हें सुविधा होगी और समय की भी बचत होगी.
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में अपने साथ फूल-माला, प्रसाद आदि लेकर न आएं.
सुबह 4 बजे मंगला आरती, 6:15 बजे श्रृंगार आरती और रात 10 बजे शयन आरती में प्रवेश, प्रवेश पत्र द्वारा ही संभव है. अन्य आरतियों के समय प्रवेश पत्र की आवश्यकता नहीं है.
प्रवेश पत्र हेतु दर्शनार्थी का नाम, आयु, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और शहर का नाम जैसी जानकारी जरूरी हैं. यह प्रवेश पत्र ट्रस्ट की वेबसाइट से भी उपलब्ध हो सकता है, जो निःशुल्क है.
मंदिर में वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध है. यह व्हीलचेयर केवल श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के लिए है, अयोध्या शहर या किसी अन्य मंदिर के लिए नहीं. इस व्हीलचेयर का कोई किराया नहीं है,लेकिन व्हीलचेयर ले जाने वाले वालंटियर (स्वयंसेवक) को सामान्य पारिश्रमिक देना होगा.