पीएम मोदी ने बीते दिनों यूपी को तीन हाईस्पीड रोड कॉरिडोर की सौगात दे दी. इसमें चार लेन अयोध्या रिंग भी शामिल है. तो आइये जानते हैं अयोध्या रिंग रोड की खासियत?.
राम नगरी अयोध्या को चोर लेन रिंग रोड की सौगात मिली है.
68 किलोमीटर लंबे इस रिंग रोड को बनाने में 3,935 करोड़ रुपये खर्च आएगा.
यह रिंग रोड शहर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे के भीड़ को कम करेगा.
इसके बनने से रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को आवाजाही में आसानी होगी.
यह रिंग रोड लखनऊ हवाई अड्डे, अयोध्या हवाई अड्डे से आने वाले लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.
साथ ही यह रिंग रोड शहर के प्रमुख रेलवे स्टेशनों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी बेहतर कनेक्टिविटी देगा.
इस रिंग रोड के चलते अयोध्या का विकास और अधिक तेजी से हो सकेगा.
यह शहर न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बन जाएगा.
रिंग रोड लंबी दूरी के यातायात को शहर के बाहर डायवर्ट करके अयोध्या में भीड़भाड़ कम करेगा.
यह रिंग रोड बस्ती सीमा में 13 गांवों से होकर गुजरेगा. निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई को मिली है.
रिंग रोड के लिए बस्ती, अयोध्या व गोंडा में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
बस्ती में इस सड़क के लिए कुल 618 किसानों से 41 हेक्टेयर जमीन 30 करोड़ की लागत से क्रय की जानी है.
प्रशासन की पहल पर 484 किसानों से 25 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन का रजिस्ट्री कराया जा चुका है.