उत्तराखंड में लंबे समय तक सूखी ठंड के बाद बारिश और बर्फबारी से मौसम ने करवट ली, जिससे ठंड में इजाफा हुआ.
मसूरी, औली, चकराता और नैनीताल समेत ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से वादियां सफेद चादर में ढक गईं.
सुरखंडा देवी मंदिर मसूरी से 35 किमी दूर स्थित है, जो धार्मिक श्रद्धालुओं और ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए आदर्श स्थल है. यह मंदिर देवी पार्वती को समर्पित है और यहां तक पहुंचने के लिए रोमांचक ट्रेकिंग रूट्स हैं। यात्रा का अनुभव अद्वितीय है.
मसूरी झील एक खूबसूरत और शांत झील है, जो मसूरी शहर के पास स्थित है. यह झील नाव चलाने के लिए प्रसिद्ध है, जहां पर्यटक पानी में बैठकर शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद ले सकते हैं. इसके आसपास का दृश्य और फोटोग्राफी के लिए यह एक बेहतरीन स्थल है.
औली में हालिया बर्फबारी के बाद पर्यटकों ने भारी संख्या में वहां पहुंचना शुरू कर दिया है.
जोशीमठ उत्तराखंड का एक प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है. यहां आदि गुरु शंकराचार्य का प्रसिद्ध मठ स्थित है, जो हिन्दू धर्म के अद्वितीय स्थानों में से एक है. यह स्थल तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है.
नंदा देवी नेशनल पार्क यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो हिमालय की गोद में स्थित है. यहां दुर्लभ वन्यजीव, अद्वितीय पौधे और खूबसूरत फूलों की घाटी देखने को मिलती है। यह प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग है.
चेनाब झील औली के पास स्थित एक अद्भुत और शांत झील है. यह घने जंगलों और पहाड़ों के बीच स्थित है, जो इसे बेहद सुरम्य बनाता है. यह स्थान ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए खासा लोकप्रिय है.
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