सिसोदिया राजवंश की राजधानी रहे टोडारायसिंह में स्थापत्य कला के बेजोड़ नमूने महल,मंदिर और बावड़ियां इतिहास में लंबे समय तक विद्यमान हैं.
Zee Rajasthan Web Team
Jan 10, 2025
श्याम देवरा मंदिर
इनमें से एक मंदिर ऐसा भी है जो 'श्याम देवरा' के नाम से ही नहीं बल्कि किवदंतियों मे इसे 'भूतों का मंदिर' भी कहा जाता है.
भूतों का मंदिर, टोंक
मान्यता है कि गागरोन झालावाड़ के महाराज संत पीपाजी ने लंबे समय तक अपने ससुराल टोडारायसिंह में रहकर कृष्ण की भक्ति की.
टोंक न्यूज
उन्हीं के द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया. स्थानीय लोग इसे 'भूतों का मंदिर' भी कहते हैं.
भूतों का मंदिर,टोडारायसिंह
स्थानीय लोगों की माने तो इस मंदिर का भूतों ने एक ही रात में निर्माण किया.
टोंक न्यूज
स्थानीय लोगों की माने तो इस मंदिर का निर्माण एक ही रात में कराया गया और...
टोंक, राजस्थान
... इसी वजह से इसमें काम करने वाले कारीगरों को ही भूतों के रूप में काम करने पर भूतों की संज्ञा दी गई.
मंदिर के पीछे है बावड़ी
मंदिर के पीछे की ओर बावड़ी भी है. वर्तमान में यह चर्चित मंदिर पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है.
राजस्थान
साथ ही इसका पुनर्निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है.
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