बर्बरीक महाभारत का एक महान योद्धा था.
बर्बरीक घटोत्कच और अहिलावती (मोरवी) के सबसे बड़े बेटे थे.
बर्बरीक को उनकी मां मोरवी ने यही सिखाया था कि हमेशा हारने वाले पक्ष की तरफ से युद्ध लड़ना.
बर्बरीक इतने शक्तिशाली थे कि पलक झपते ही महाभारत के युद्ध में वीरों को मार सकते थे.
वहीं, उनकी ताकत के बारे में श्रीकृष्ण को पता था ऐसे में उन्होंने बर्बरीक से शीश का दान मांग लिया था.
कहते हैं कि बर्बरीक के कटे हुए सिर ने अन्त तक युद्ध देखा था.
बर्बरीक यानी खाटू श्याम का मंदिर राजस्थान के सीकर में है.
खाटू श्याम बाबा को तीन बाण धारी भी कहा जाता है.
क्योंकि बर्बरीक के पास ऐसी धनुर्धारी विद्या थी जिससे महाभारत का युद्ध समाप्त हो सकता था.
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