घर की इस दिशा में बनाएं मंदिर, जीवन की सारी परेशानी जलकर हो जाएंगी खाक!
Zee Rajasthan Web Team
Oct 19, 2024
घर की किस दिशा में क्या बनेगा और किस दिशा में क्या नहीं, इस पर विस्तृत वर्णन वास्तु शास्त्र में मिलता है.
मान्यता है कि घर बनाते समय वास्तु के नियमों का ख्याल करने से घर में सुख-समृद्धि और तरक्की आती है.
वहीं, वास्तु के नियमों को नजरअंदाज करने वाला इंसान जीवन भर परेशानियों में पड़ा रहता है.
ऐसे में आइए जानते हैं वास्तु के हिसाब से घर में मंदिर का स्थान किस दिशा में होना चाहिए.
वास्तु की मानें, तो घर में मंदिर हमेशा पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर ही बनाना चाहिए. इससे बहुत शुभ माना जाता है.
घर की पूर्व दिशा में मंदिर बनाने से पॉजिटिव एनर्जी प्रवेश करती है और नेगेटिव एनर्जी खत्म होती चली जाती है.
शास्त्रों की मानें, तो घर में पूजा करते समय हमेशा अपना मुख पश्चिम दिशा की ओर करना चाहिए. इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है.
घर की दक्षिण दिशा में कभी मंदिर नहीं बनना चाहिए. साथ ही दीपक नहीं जलाना चाहिए. दक्षिण दिशा में मंदिर बनाना अशुभ होता है. इससे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Rajasthan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.