ओरछा के मंदिर में भगवान श्रीराम राजा के रूप में विराजमान हैं.
राजा राम जी को इस मंदिर में चार बार सशस्त्र सलामी दी जाती है.
ओरछा के राजा राम केवल राम हैं, जहां PM और राष्ट्रपति को भी सलामी नहीं दी जाती.
मान्यता है कि दिन भर श्रीराम ओरछा में रुकते हैं, जबकि रात्रि में अयोध्या जाते हैं.
ओरछा में राजा राम मंदिर में नहीं बल्कि महल में विराजमान है.
ओरछा के रामराजा मंदिर में भगवान को राजसी भोग लगता है और राजसी वैभव से उनका श्रृंगार होता है.
राजा मधुकर शाह की पत्नी रानी कुंवरि गणेश तपस्या के बाद भगवान राम को ओरछा लाई थी.
विशेष पुष्य नक्षत्र में चलकर 8 माह 28 दिन में ओरछा पहुंचे था भगवान श्रीराम.
रामराजा सरकार मंदिर की वजह से ओरछा को बुंदेलखंड की आयोध्या कहा जाता है.
मध्य प्रदेश की सरकार ने ओरछा में 'रामराजा लोक' बनाने का ऐलान किया है.