देश भर में कई ऐसी जगहें है जो जहां हमारा इतिहास जुड़ा हुआ है. ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे हैं मध्य प्रदेश की एक ऐसी पहाड़ी के बारे में जहां के पत्थरों से आदिमानवों ने हथियार बनाया था.
मध्य प्रदेश के कोलार में उत्तर पाषाण युग के पत्थरों के औजारों के अवशेष पाए गए थे.
कोलार से तीन किमी दूर बोरदा गांव की पहाड़ी की मुरम में पाषण युग और उत्तर पाषाण युग के पत्थरों के बनाए गए औजार मिल थे.
ऐसा कहा जाता था कि इन औजारों का इस्तेमाल आदिमानव जानवरों के शिकार और आत्मरक्षा के लिए करते थे.
यहां की पहाड़ी के पत्थरों पर आदिमानव कुल्हाड़ी, भाला, हाशिया, हथौड़ा सहित अन्य औजार बनाते थे
मिली जानकारी के अनुसार पता चलता है कि विंध्याचल पर्वत माला में भोपाल व आसपास का क्षेत्र बसा है, यह जगह आदिमानवों का पसंदीदा स्थान होता था.
आदिमानवों के बारे में जानकारी लगने के बाद साल 2015 में स्पेन का पुरातत्व विशेषज्ञों का एक दल भोपाल व कोलार की पहाड़ियों को देखने आया था.
इन पहाड़ियों पर मिले अवशेष से पता चलता है कि इन जगहों पर 15 से 20 लाख साल पहले यहां पर आदिमानव रहते थे.
आदिमानव पत्थरों इन पत्थरों का आकार बदलकर शिकार और जानवरों से बचने के करने के लिए नुकीले औजार बनाते थे.