Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले की सिरोंज सीट से आने वाले विधायक उमाकांत शर्मा का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें वो SDM के सामने हाथ जोड़ते नजर आ रहे हैं.
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Vidisha News: विदिशा जिले की सिरोंज विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक उमाकांत शर्मा बदले-बदले नजर आ रहे हैं. पहले घर छोड़ने, क्रिकेट टूर्नामेंट और शादी पार्टियों से किनारा करने का ऐलान करने वाले उमाकांत अब SDM के सामने हाथ पैर जोड़े नजर आ रहे हैं. विधायक के विरोध का ये वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल भी हो रहा है.
SDM के हाथ पैर जोड़े
जल संकट को लेकर भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने सिरोंज एसडीएम के हाथ जोड़कर और पैर पकड़कर निवेदन किया. उमाकांत शर्मा का कहना है कि 30 से 40 बार प्रशासन से निवेदन किया है. लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसे लिए जल संकट को लेकर विधायक ने गुहार लगाई. शर्मा तहसील कार्यालय पहुंचकर एसडीएम के हाथ और पैर जोड़े और उनसे सुनवाई करने की मांग की. अब इसी का वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो देखें: पानी के लिए BJP विधायक ने जोड़े SDM के हाथ, सामने आया वीडियो
लंबे समय से परेशान थे विधायक
20 साल से सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी के सिरोंज से विधायक पानी की समस्या को लेकर SDM ऑफिस पहुंचे थे. लंबे समय से समस्या का समाधान न होने के कारण उन्होंने एसडीएम के पैर छुए. पूरे देश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर तक नल से जल पहुंचाने का काम हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि 2024 तक ये पूरा हो जाए. लेकिन, सरकार की ओर से पर्याप्त बजट जारी होने के बाद भी कई स्थानों में काम अटका हुआ है. अधिकारियों की लापरवाही से गरीबों को लाभ नहीं हुआ.
शादी और क्रिकेट टूर्नामेंट में जाने से मना
इससे पहले विधायक उमाकांत शर्मा ने शादी और क्रिकेट टूर्नामेंट में जाने से मना कर दिया था. इसके पीछे उन्होंने कारण भी बताया था. शर्मा ने कहा था कि टूर्नामेंट में वो इसलिए नहीं जाना चाहते की ऐसे क्रिकेट का कोई भविष्य नहीं है. हम टेनिस गेंद से खेल रहे हैं. लेकिन, करियर तो लेदर बॉल का है. मैं इस कारण ऐसे टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेता.
इसके साथ ही उन्होंने शादियों में ना जाने को लेकर भी कारण बताए थे. उमाकांत शर्मा ने कहा था कि इन दिनों कई शादियां होती है. विधायक होने के नाते निमंत्रण भी आता है. लेकिन, एक समय पर 70 से 80 कार्ड मिल जाते हैं. सभी के यहां जाना संभव नहीं होता है. जिसके घर न जाओ वो बुरा मान जाता है. इसलिए अब मैं शादियों में नहीं जाउंगा.