Diwali 2024: दिवाली का त्योहार भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग अपने घरों को लाइट, फूल, दीये और रंगोली जैसी चीजों से सजाते हैं. दिवाली पर रंगोली बनाने की परंपरा भी सदियों पुरानी है. लेकिन दिवाली पर रंगोली क्यों बनाई जाती है, रंगोली बनाने के पीछे क्या मान्यता है, आइए एस्ट्रोलॉजर डॉ.रुचिका अरोड़ा से जानते हैं.
दिवाली के त्योहार पर रंगोली बनाने की परंपरा सदियों पुरानी है. हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार रंगोली बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. इसके अलावा इसके पीछे कई अन्य कहानियां भी हैं. आइए एस्ट्रोलॉजर डॉ. रुचिका अरोड़ा से इस बारे में जानते हैं.
रंगोली देवी-देवताओं खासकर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बनाई जाती है. ऐसा माना जाता है कि रंगोली बनाने से देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है. रंगोली का न केवल धार्मिक महत्व है बल्कि यह कला और सुंदरता का भी प्रतीक है.
मान्यताओं के अनुसार लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद जब भगवान राम अयोध्या लौटे तो अयोध्यावासियों ने भगवान राम के स्वागत में पूरे अयोध्या की सफाई की और हर घर के आंगन में रंगोली बनाई थी. तब से यह परंपरा चली आ रही है.
भारतीय पुरातत्व विभाग के अनुसार रंगोली का सबसे पहला साक्ष्य मोहनजोदड़ो और हड़प्पा सभ्यता से भी जुड़ा है. पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इन सभ्यताओं में अल्पना के चिन्ह मिले हैं, जो रंगोली से काफी हद तक समानता रखते हैं.
एक और मान्यता ये है कि दीपावली के दिन माता लक्ष्मी हर घर जातीं हैं, इसलिए घर के मुख्य द्वार को आकर्षक और सुन्दर बनाने के लिए लोग अपने घरों में रंगोली बनाते है.
बता दें कि इस साल दिवाली 1 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी. इस दिन प्रदोष काल और निशिता काल मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा करना सबसे अच्छा होता है. मान्यता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन की कमी नहीं होती है.
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