High Security Registration Plate fine: नए साल पर नए नियमों (New Number plate Rules) का एलान सरकार कर चुकी है, जिसके तहत बाइक और कारों के लिए नए नियम बनाए गए हैं. बता दें कि जहां पर बाइकों के लिए HSRP प्लेट लगवाने की अनिवार्यता होगी वहीं पर चार पहिया वाहनों के लिए नए एमिशन नॉर्म्स लागू होने जा रहें हैं.
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Number Plate Rules for vehicle: केंद्र सरकार (central government) ने हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (High-Security Registration Plates) को लेकर सख्त हो गई है. जिसके तहत सरकार ने HSRP नंबर प्लेट और कलर कोडेड स्टीकर्स को सभी वाहनों के लिए अनिवार्य बना दिया है. बता दें कि ये नियम 1 जनवरी से प्रभावी हो गए हैं. अगर अब कोई भी वाहन चेकिंग के दौरान नियम के अनुसार नहीं पाया गया तो उसके ऊपर 5000 से लेकर 10000 तक का जुर्माना लगा दिया जाएगा(will be fined). आपको बता दें कि 31 दिसंबर 2022 को केंद्र सरकार ने डेडलाइन जारी की थी. उसके अनुसार 1 अप्रैल साल 2019 के पहले जितने भी वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं उनपर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट और कलर कोडेड स्टीकर लगाना जरूरी हो गया था. इसके बाद केंद्र सरकार ने अब एलान कर दिया है कि जिन वाहनों पर ये लगा हुआ नहीं पाया जाएगा उनपर कार्यवाही की जाएगी.
क्या है HSRP नंबर के फायदे
HSRP नंबर प्लेट एल्यूमीनियम की बनी होती है. इसे स्नैप-ऑन लॉक के जरिए वाहन पर लगाया जाता है. आपको बता दें कि ये एक ऐसा लॅाक होता है जिसका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है और इसको आसानी के साथ हटाया भी नहीं जा सकता है. इस प्लेट में सबसे बड़ी खासियत ये होती है कि प्लेट के उपरी हिस्से में बांयी तरफ नीले रंग में अशोक चक्र का हॉट-स्टैंप्ड क्रोमियम-आधारित 20 मिमी X 20 मिमी होलोग्राम होता है. इसके अलावा इसके निचले बांए कोने में 10 अंको की एक पहचान संख्या लिखी होती है. इसकी कीमत दो पहिया वाहनों के लिए 400 से शुरु होती है जबकि चार पहिया वाहनों के लिए 1100 से शुरू होती है. बता दें कि अगर ये नंबर जिन वाहनों पर नहीं दिखे तो उन वाहनों का चालान काटा जाएगा.
HSRP नंबर प्लेट के अलावा भी बदले हैं नियम
HSRP नंबर प्लेट के अलावा आपको बता दें कि इस साल अप्रैल महीने में भारत सरकार के द्वारा वाहनों के लिए नए एमिशन नॉर्म्स लागू होने जा रहे हैं. बता दें कि जिसको जिसे आरडीई या रियल टाइम ड्राइविंग एमिशन नॉर्म्स के नाम से जाना जाएगा. इसके अलावा इसको बीएस6 एमिशन नॉर्म्स का फेज 2 भी कहा जाता है. इस लिहाज से कंपनिया अपने कई वाहनों को बंद करने जा रही हैं और पेट्रोल कारों में भी काफी बदलाव की संभावना दिख रही है. अगर नॉर्म्स पूरे नहीं हुए तो वाहन सड़कों पर रफ्तार नहीं भर पाएंगे. अगर आपके पास वाहन है तो आपको भी इस बात का ध्यान देना जरूरी है कहीं आपका वाहन भी इसमें नहीं शामिल है.
ये कारें हो सकती है बंद
नया नियम आने के पहले तक कारों के एनीमेशन लेवल को लैब में चेक किया जाता था. चेकिंग के दौरान यह पाया जाता था कि जिन कारों का प्रयोग रोज होता है उनका एनीमेशन लेवल बढ़ जाता है. जिसकी वजह से भारत सरकार ने निजी और कामर्शियल वाहनों के एनीमेशन लेवल लगातार चेक करने का नियम बना दिया है. जिसके तहत अब वाहनों में डिवाइस का प्रयोग किया जाएगा. बता दें कि इस डिवाइस का प्रयोग करने से कंपनी की प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ सकती है और इसका सबसे ज्यादा असर डीजल कारों पर देखने को मिल सकता है. ऐसे में हुंडई: i20 डीजल, वरना डीजल,टाटा: अल्ट्रोज़ डीजल,महिंद्रा: मराज़ो, अल्टुरस जी केयूवी100, स्कोडा: ऑक्टेविया, सुपर्ब, रेनॉल्ट क्विड 800, निसान किक्स, मारुति सुजुकी ऑल्टो 800,टोयोटा इनोवा क्रिस्टा पेट्रोल और Honda: City 4th Gen, City 5th Gen Diesel, Amaze Diesel, Jazz, WR-V कंपनिया अपनी कारों को बंद करने का विचार बना रही हैं.