मध्य प्रदेश के कई जिलों में अगले 48 घंटे तक तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं चंबल नदी में अभी बाढ़ का खतरा पूरी तरह से टला भी नहीं था कि अब सिंध नदी में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है. जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ सकती हैं. सिंध नदी के किनारे बसे कई गांवों में अलर्ट जारी किया गया है.
Trending Photos
प्रदीप शर्मा/भिंड। मध्य प्रदेश में मौसम विभाग ने एक बार फिर करवट ली है. एमपी में फिर झमाझम बरसात होने की संभावना है. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. कई जिलों में बारिश का ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है. ग्वालियर चंबल अंचल में भी बारिश होने का अलर्ट जारी है. भिंड जिले लगातार बारिश से चंबल नदी में बाढ़ का खतरा अभी टला भी नहीं था कि सिंध नदी में सैलाब आने की चेतावनी जारी हो गई है. जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है.
सिंध नदी में बाढ़ का खतरा
भिंड जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद सिंध नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर सिंध नदी के किनारे बसे गांव और आसपास के क्षेत्र से आमजन के दूरी बनाने को लेकर सूचना जारी की है. जिससे लोगों की परेशानियां एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं.
एक हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा सकता है
प्रशासन द्वारा जारी अलर्ट करबताया गया है कि मौसम विभाग की भारी बारिश की सूचना और लगातार हो रही बारिश से मड़ीखेड़ा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिसके चलते शनिवार को बांध के गेट खोलकर सिंध नदी में 200 से 500 क्यूसेक पानी छोड़ने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान में मोहिनी बांध नरवर से सिंध नदी में छोड़े जा रहे पानी की मात्रा को बढ़ाकर 500 क्यूसेक से बढ़ाकर 1000 क्यूसेक तक किया जा सकता है, ऐसे में सभी आमजन को चेतावनी जारी करते हुए नदी के आसपास के क्षेत्र से दूर रहने और अन्य नागरिकों को भी सूचित करने की अपील की गयी है.
चिंता में ग्रामीण
चेतावनी जारी होने के साथ ही सिंध किनारे बसे गांव के ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है, खेरा श्यामपुरा गांव के लोग कहते हैं कि पिछले साल बाढ़ ने हमारा बहुत नुकसान किया आज भी सुबह से सिंध नदी चढ़ने लगी है, लोग दहशत में हैं प्रशासन अलर्ट है, लेकिन डर तो है ही, बाढ़ सब कुछ बहा ले जाती है, पिछले साल हमारे मवेशी तक नदी में बह गए थे, इस बार अभी से पुलिसकर्मी गांव में आकर जानकारी दे रहे हैं. बता दें कि बीते साल 2021 में अगस्त महीने में ही सिंध नदी में सैलाब आया था, जिसने दतिया और भिंड जिले में सिंध पर बने 4 पुल तोड़ दिए थे जिससे दर्जनों गांव तबाह हो गए थे. हजारों लोग बेघर होकर सड़क किनारे टैंटों में रहने के लिए मजबूर हुए थे. एक बार फिर भारी बारिश से अलर्ट जारी किया गया है.
चंबल में बाढ़ का खतरा टला
हालांकि लगातार हो रही बारिश से चंबल नदी का जलस्तर भी बढ़ गया था. बीते तीन दिन पहले अचानक चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से अटेर क्षेत्र के निचले गांव तक पानी आ गया था, चंबल का जलस्तर भी खतरे के निशान 119 मीटर से 3 मीटर से ज्यादा ऊपर तक गया था. हालांकि राहत की बात यह है कि शुक्रवार से नदी का जलस्तर घटना शुरू हो गया. जो अब 118 मीटर के आसपास है और खतरे से बाहर है. लेकिन इस बीच सिंध के हालत बिगड़ने की संभावना बढ़ गयी है. सिंध नदी में सुबह 8 बजे के मिले आंकड़ों के अनुसार मेहंदा घाट पुल का जलस्तर करीब 5. 20 मीटर था जबकि खतरे का निशान 10.1 पर है जहां जलस्तर अब तेजी से बढ़ने की सम्भावना है.
मौसम विभाग ने इन जिलों में अलर्ट जारी किया
वहीं मौसम विभाग ने आने वाले 48 घंटे मौसम के लिहाज से बेहद चिंताजनक बताए हैं. क्योंकि मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. नरसिंहपुर, दमोह, सागर और छतरपुर जिले में अति भारी बारिश से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इन जिलों में 115.6 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है. वहीं रीवा ,भोपाल ,ग्वालियर चंबल और नर्मदापुरम संभाग के साथ प्रदेश के करीब 18 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी ,कटनी ,जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी ,बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन ,शाजापुर और आगर में भारी बारिश का अलर्ट है.