MP Politics : मध्य प्रदेश छात्रसंघ चुनाव अपडेट, मांग को लेकर NSUI ने बनाई ये रणनीति
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MP Politics : मध्य प्रदेश छात्रसंघ चुनाव अपडेट, मांग को लेकर NSUI ने बनाई ये रणनीति

मध्य प्रदेश में पंचायत और निकाय चुनाव पूरे हो गए हैं. इसके बाद अब छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर मांग तेज हो गई है. NSUI ने प्रदेश भर में मोर्चा निकालने की मांग की है.

MP Politics : मध्य प्रदेश छात्रसंघ चुनाव अपडेट, मांग को लेकर NSUI ने बनाई ये रणनीति

भोपाल: मध्य प्रदेश में नगरी निकाय और पंचायत चुनाव बिना किसी विवाद के बेहतर तरीके से संपन्न हो गए, लेकिन मध्यप्रदेश में पिछले कई सालों से छात्र संघ चुनाव नहीं हो रहे हैं. ऐसे में निकाय चुनाव के बाद अब छात्र संघ चुनाव की मांग भी उठने लगी है. निकाय चुनाव के बाद हर राजनीतिक दल की युवा इकाई छात्र संघ चुनाव के पक्ष में हैं. कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI ने चुनावों की मांग को लेकर मोर्चा निकालने की बात कही है.

मांग के लिए NSUI ने बनाई रणनीति
NSUI प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने कहा कि वो लगातार प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. अब हम चुनावों को लेकर अभियान चलाएंगे. अलग-अलग अभियान के माध्यम से हम अपनी मांग रखने की तैयारी कर रहे हैं. हस्ताक्षर अभियान से लेकर विधानसभा घेराव तक के लिए रोड़ मैप तैयार कर लिया गया है.

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कई अभियान चलाएगी NSUI
आशुतोष चौकसे ने बताया कि NSUI पहले पहले कॉलेजों में चलाएगी हस्ताक्षर अभियान, सीएम को चिट्ठी, सीएम हाउस घेराव इसके बाद विधानसभा का घेराव किया जाएगा. इन अभियानों के जरिए सरकार के सामने अपनी बात रखने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव की घोषणा हो गई है. छत्तीसगढ़ में भी तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी तर्ज पर मप्र में भी चुनाव करवाने चाहिए.

छात्र की मंशा चुनाव करवाने की नहीं
NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ( Ashutosh Choukse ) ने कहा कि जब राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव हो रहे हैं. और आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में भी छात्र संघ चुनाव होंगे. ऐसे में मध्यप्रदेश पीछे क्यों है. दरअसल इसके पीछे प्रदेश सरकार की मंशा ही नहीं है कि वह छात्र संघ चुनाव कराए. क्योंकि सरकार को डर है कि छात्र संघ चुनाव कराने से नए युवा नेता आ जाएंगे और वह सरकार की नीतियों के विरोध में खड़े होंगे.

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2017 में अप्रत्यक्ष प्रणाली से हुए थे चुनाव
बता दें 2017 में शिवराज सरकार ने छात्र संघ चुनाव कराए थे. लेकिन यह अप्रत्यक्ष प्रणाली से हुए थे, जिसके तहत कॉलेजों में ही मेरिट के आधार पर युवा नेताओं को चुना गया था. ऐसे में NSUI पूरे मामले में प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने की मांग कर रही है, जिसके तहत वोटिंग के माध्यम से छात्र नेता चुने जाएंगे.

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