Mahatma Gandhi Death Anniversary: गांधी जी को मारने के लिए गोडसे ने ग्वालियर से खरीदी थी बंदूक, ऐसे रची थी हत्या की साजिश
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Mahatma Gandhi Death Anniversary: गांधी जी को मारने के लिए गोडसे ने ग्वालियर से खरीदी थी बंदूक, ऐसे रची थी हत्या की साजिश

Mahatma Gandhi Punyatithi 2023: 30 जनवरी, 1948 को नई दिल्ली के बिड़ला हाउस में जिस बंदूक से नाथूराम गोडसे ने गांधी के सीने में तीन बार गोली मारी थी, वह मध्य प्रदेश के ग्वालियर से खरीदी गई थी.बता दें कि गोडसे ने यह बंदूक 500 रुपये में खरीदी थी.

Mahatma Gandhi Death Anniversary 2023

Mahatma Gandhi Death Anniversary 2023: हर साल 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (Death anniversary of Mahatma Gandhi) के दिन शहीद दिवस मनाया जाता है. गौरतलब है कि इसी दिन नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) नाम के व्यक्ति ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी.वैसे तो नाथूराम गोडसे की गोली ने  महात्मा गांधी की जान ले ली थी,लेकिन उनके विचार आज भी लोगों में जिंदा हैं. बता दें कि गोडसे ने जिस बंदूक से गांधी जी को गोली मारी थी वो वह ग्वालियर से ही खरीदी गई थी.

 

ऐसे रची गई थी महात्मा की हत्या की साजिश
गौरतलब है कि जब महात्मा गांधी दिल्ली के बिरला भवन में प्रार्थना के लिए जा रहे थे. तभी नाथूराम नाम के एक शख्स ने उनके छाती पर तीन गोलियां चलाईं थीं. जिसके बाद उनकी जान चली गई थी. कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महात्मा गांधी की हत्या करने के लिए नाथूराम गोडसे ने जिस बंदूक का उपयोग किया था ,वह ग्वालियर से ही खरीदी गई थी. गोडसे ने 20 जनवरी 1948 को भी महात्मा गांधी की जान लेने की साजिश रची थी. हालांकि, उसको कामयाबी नहीं मिल पाई थी. जिसके बाद उसने तय किया गया था कि इस बार वो खुद ही इस साजिश को अंजाम देगा. 

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कितनी थी पिस्तौल की कीमत
इसी क्रम में नाथूराम गोडसे प्रदेश के ग्वालियर पहुंचा. उसके ग्वालियर से पिस्टल खरीदने की वजह ये थी कि उस समय सिंधिया रियासत में हथियारों के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती थी. जिसके बाद उसने यहां से एक पिस्टल खरीदी. बता दें कि गोडसे ने ग्वालियर की सुवर्ण रेखा नदी के किनारे पर पिस्टल चलाने की प्रैक्टिस भी की थी. महात्मा गांधी की जान लेने वाली पिस्तौल ग्वालियर से ली गई थी और उस समय इसकी कीमत 500 रुपये थी.बता दें कि महात्मा गांधी की हत्या की साजिश रचने के लिए गोडसे 10 दिनों तक ग्वालियर में रुका था.

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