मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू, सदन में सबसे ज्यादा हंगामेदार होने के आसार
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मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू, सदन में सबसे ज्यादा हंगामेदार होने के आसार

मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र से आज से शुरू हो रहा है. यह सत्र पांच दिन चलेगा. इस सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा. इसके अलावा अन्य कई विधेयक भी पास किए जाएंगे. पांच दिन चलने वाले इस सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं. 

मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू, सदन में सबसे ज्यादा हंगामेदार होने के आसार

भोपाल। मंगलवार से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. पांच दिवसीय सत्र के सबसे ज्यादा हंगामेदार होने के आसार हैं. वहीं इस सत्र में ही सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 का पहला अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी. बताया जा रहा है कि अनुपूरक बजट 2500 करोड़ रुपए से ज्यादा का हो सकता है. इसके अलावा सत्र के दौरान कांग्रेस भी कई मुद्दों को उठाने की तैयारी में हैं, जबकि विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए सरकार भी तैयार नजर आ रही है. 

इन मुद्दों की सदन में रहेगी गूंज 
आज से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में कांग्रेस ने कारम डैम, कुपोषण, पोषण आहार घोटाला, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है. इसके अलावा विपक्ष ने विधानसभा सत्र बहुत छोटा बुलाए जाने को लेकर भी अपनी आपत्ति जताई है. जबकि सरकार भी नई घोषणाओं और अन्य मुद्दों अपना पक्ष रखने के लिए तैयार है. वहीं विधानसभा शांतिपूर्ण तरीके से और सार्थक बहस के साथ चले, इसके लिए सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई थी. जिसमें बीजेपी और कांग्रेस के वरिष्ट विधायक शामिल हुए थे. 

बताया जा रहा है कि वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा 15 सितंबर को अनुपूरक बजट प्रस्तुत कर सकते हैं. साथ ही करीब आधा दर्जन विधेयक सदन में पेश किए जाएंगे, जिनमें नगरीय विकास एवं आवास विभाग महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने, वाणिज्यिक कर विभाग भारतीय स्टांप ड्यूटी (मध्य प्रदेश संशोधन). वेट संशोधन विधेयक भी प्रस्तुत किया जाएगा. 

इस बार पूछे गए 1516 सवाल 
पांच दिन चलने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में इस बार 1516 सवाल पूछ गए हैं. विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने के लिए भ्रष्टाचार, बिगड़ती कानून व्यवस्था, बेरोजगारी जैसे कई मुद्दों को लेकर 15 सौ से ज्यादा सवाल और 18 स्थगन प्रस्ताव लगाए है. विधानसभा के लिए इस बार आठ अशासकीय संकल्प, 216 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आए हैं. 765 तारांकित और 751 अतारांकित सवाल लगाए गए हैं. शून्यकाल की 66 सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में पहुंची हैं. विधानसभा सत्र शांतिपूर्ण तरीके से चल सके और इसमें सार्थक चर्चा हो, इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी. इससे उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा का यह सत्र भी हंगामेदार हो सकता है. 

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