Lumpy Virus: 124 गांवों में फैला लंपी वायरस, बैतूल में कई जानवरों की मौत; 1000 बीमार
Advertisement

Lumpy Virus: 124 गांवों में फैला लंपी वायरस, बैतूल में कई जानवरों की मौत; 1000 बीमार

Lumpy virus in Betul: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में लंपी वायरस के बढ़ते मामले 124 गांवों तक पहुंच गए हैं. पशु चिकित्सा विभाग लगातार सर्वे और टीकाकरण करवा रहा है. हालांकि डॉक्टरों की कमी के कारण ग्रामीण समस्या को बढ़ता बता रहे हैं.

Lumpy Virus: 124 गांवों में फैला लंपी वायरस, बैतूल में कई जानवरों की मौत; 1000 बीमार

Lumpy virus in Betul Madhya Pradesh: इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूल। मध्य प्रदेश में लंपी वायरल का खतरा बढ़ता जा रहा है. बैतूल में अबतक कई जानवरों की मौत हो गई है, वहीं अभी भी कई पशु बीमार बताए जा रहे हैं. जिले के करीब 124 गांवों में वायरल पहुंच चुका है. इस कारण किसान और पशुपाल काफी परेशान हैं. हालांकि स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग लगातार बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर रहा है और गांव-गांव जाकर सर्वे भी किया जा रहा है.

124 गांवों तक फैला लंपी वायरस
बैतूल जिले में लंपी वायरस के बढ़ते मामलों के बीच यह 124 गांवों तक फैल गया है. इसे करीब एक हजार पशु प्रभावित हुए है, जबकि अब तक सरकारी तौर पर 13 जानवरों की मौत हुई है. हालांकि दावा किया जा रहा है कि ये आंकड़े हकीकत में कई ज्यादा हैं. जिले में अब तक पशु चिकित्सा विभाग ने 8752 पशुओं में टीकाकरण किया है.

ये भी पढ़ें: बेजुबान की वफादारी के आगे मुख्यमंत्री ने झुकाया सिर, कुकुरदेव मंदिर पहुंच किया नमन

13 पशुओं की हो चुकी है मौत
बैतूल जिले में बीमारी भैसदेही, भीमपुर से निकलकर शाहपुर और अब बैतूल तक पहुंच गई है. पशु चिकित्सा उप संचालक विजय पाटिल के मुताबिक इससे 124 गांव प्रभावित हुए है. हर गांव में दो चार पशु बीमारी की गिरफ्त में हैं. अब तक सर्वे में 895 पशु प्रभावित मिले है, जबकि 13 की मौत हुई है.

अद्भुत है महाकाल कॉरिडोर! उज्जैन पहुंचकर CM शिवराज ने किया निरीक्षण, आप भी करें दर्शन

डॉक्टरों की कमी से पढ़ रही समस्या
पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार, बीमारी से ग्रसित पशु के मिलने वाले गांव के 5 किमी के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में वैक्सीनेशन करवाया जा रहा है. अब तक 8752 पशुओं को टीका लगाया जा चुका है. इधर ग्रामीण बता रहे है की गांवों में बीमारी से पशुओं की रोज मौत हो रही है. बदन में छाले आने के बाद पशुओं में बुखार और चारा न चरने जैसे लक्षण दिखाई पड़ रहे है. डॉक्टर न होने से भी समस्या बढ़ रही है.

Trending news