MP Elections: मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में दलबदल का खेल भी जारी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर कांग्रेस में सेंधमारी की है.
Trending Photos
MP Elections: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का सियासी समर अब अपने चरम पर आ गया है. चुनावी समर में दलबदल का खेल भी जारी है. अशोकनगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि यह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस में सेंधमारी करते हुए पूर्व प्रत्याशी को बीजेपी में शामिल कराया है, ऐसे में अशोकनगर विधानसभा सीट पर सियासी समीकरण बदल सकते हैं.
अशोकनगर-मुंगावली में लगा झटका
दरअसल, कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद अंसतोश के स्वर दिख रहे हैं, शोकनगर सीट से हरीबाबू राय को कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पूर्व प्रत्याशी आशा दोहरे ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. आशा दोहरे के साथ उनकी सास अनीता जैन, देवर विकास जैन ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया. सभी नेताओं को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई है.
बता दें कि आशा दोहरे की सास अनिता जैन 30 साल से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय है और सिंधिया की करीबी मानी जाती हैं. वह कई बार पार्षद और नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुकी हैं. लेकिन सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद भी वह कांग्रेस में शामिल रही थी. लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है.
ये भी पढ़ेंः ज्योतिरादित्य सिंधिया की Chhindwara में होगी एंट्री, कमलनाथ बोले-यहां पर उनका...
बीजेपी ने सिंधिया समर्थक को दिया है टिकट
बीजेपी ने अशोकनगर में सिंधिया समर्थक विधायक जजपाल सिंह जज्जी को फिर से टिकट दिया है. ऐसे में इस सीट पर कांग्रेस में सेंधमारी पार्टी के लिए झटका माना जा रहा है, क्योंकि इस सीट पर सिंधिया की प्रतिष्ठा भी दांव पर हैं. जिससे इन सीटों पर मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.
मुंगावली में भी कांग्रेस को झटका
वहीं अशोकनगर जिले की मुंगावली सीट पर भी कांग्रेस को झटका लगा है. कांग्रेस ने यहां से यादवेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जिसके बाद बगावत करते हुए कांग्रेस नेता मोहन यादव ने बसपा का दामन थाम लिया, बसपा ने भी उनको हाथो हाथ लिया और मुंगावली से प्रत्याशी बना दिया है. बता दें कि बीजेपी ने इस सीट पर मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में अब मुंगावली सीट पर कांग्रेस, बीजेपी और बसपा तीनों ही पार्टियों से यादव प्रत्याशी मैदान में हैं, ऐसे में यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है.
ये भी पढ़ेंः इधर आमला में कांग्रेस ने उतारा प्रत्याशी, उधर निशा बांगरे का इस्तीफा हो गया मंजूर