Corruption: 'नेताजी' के नाम पर बने अस्पताल में गोलमाल, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़
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Corruption: 'नेताजी' के नाम पर बने अस्पताल में गोलमाल, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

jabalpur Corruption: मध्य प्रदेश के जबलपुर में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक्सपायरी डेट की दवाइयां खपाए जाने की शिकायत आई है.

Corruption: 'नेताजी' के नाम पर बने अस्पताल में गोलमाल, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

जबलपुर: मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार जनता के स्वास्थ्य लाभ के लिए दर-दर भटकना न पड़े, इसके लिए काफी काम कर रही है. सरकार की ओर से मेड़िकल सुविधाओं में करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. दूसरी ओर लालची और लापरवाह अधिकारी, डॉक्टर सरकार की योजनाओं को पलीता लगाकर पैसों को पानी में बहा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज से, जहां जमकर गोलमाल हुआ है.

मरीजों की जान से खिलवाड़
मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर में नेता जी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर बने अस्पताल में मरीजों की जान से खिलवाड़ का है. यहां के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक्सपायरी डेट की दवाइयां खपाए जाने की शिकायत आई है. इसका खुलासा और कोई नहीं बल्की अस्पताल के नर्सिंग स्टाप ने ही किया है. मामला को लेकर नर्सिंग स्टाफ ने स्वास्थ्य मंत्री सहित मेडिकल डीन और कमिश्नर को शिकायती पत्र भेजा है.

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कमाई के लिए हो रहा गोरखधंधा
आरोप है कि मेडिकल सुपर स्पेशियलिटी में विभाग के कुछ जिम्मेदार डॉक्टर इस गोरखधंधे को कमाई के लिए अंजाम दे रहे हैं. शिकायत की बात पर स्टाफ को बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी जाती है. शिकायती पत्र में बताया गया कि बायपास सर्जरी के दौरान ईटीओ मशीन में कॉटिज गैस उपयोग होता है. वह एक साल पुराना या उससे भी अधिक पुराना यूज किया जा रहा है. इस तरह के इलाज से मरीजों की जान को खतरा है.

दबाव बनाकर दी जा रही हैं धमकियां
नर्सिंग स्टाफ ने अपनी शिकायत में बताया कि यहां बीमारी का उपचार कर सेहत सुधारने की बजाय एक्सपायरी डेट की दवा देकर उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. यह पूरा खेल पैसों की कमाई के लिए हो रहा है. अस्पताल में पदस्थ जिम्मेदार ही गोरखधंधे को अंजाम दे रहे हैं. इसके साथ ही ये भी आरोप लगाए गए हैं कि अधिकारी सुनने को तैयार नहीं, शिकायत करने के बाद उनपर दबाव बनाकर धमकियां दी जा रही है. मामले में अस्पताल के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं.

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