राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में एक बार और सीलिंग गिरने की घटना सामने आई है. इसस पहले भी तीन बार अस्पताल के शिफ्टिंग से पहले बिल्डिंग की सीलिंग गिरने के मामले आ चुके हैं.
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भोपाल: मध्य प्रदेश के राजधानी भोपाल में हमीदिया अस्पताल के लिए दो हजार बिस्तरों की बिल्डिंग लगभग बनकर तैयार हो गई है, लेकिन इसका निर्माण किस तरह किया गया है. इसका अंदाजा यहां लगातर हो रहे हादसों को देखकर लगाया जा सकता है. 14-15 अगस्त के रोज अस्पताल में एक बार और सीलिंग गिरने की घटना सामने आई है. इसस पहले भी तीन बार अस्पताल के शिफ्टिंग से पहले बिल्डिंग की सीलिंग गिरने के मामले आ चुके हैं.
घटना के समय भर्ती नहीं था कोई मरीज
हमीदिया अस्पताल के नए भवन में अस्पताल की शिफ्टिंग से पहले ही घटिया निर्माण की पोल खुल रही है. रविवार- सोमवार को हुई बारिश में हमीदिया की नई बिल्डिंग (हॉस्पिटल-2) की पहली मंजिल पर छत की सीलिंग गिर गई. फर्स्ट फ्लोर पर थैलेसीमिया वार्ड बनाया गया है. गनीमत रही कि जिस वक्त सीलिंग गिरी उस समय वार्ड में कोई मरीज भर्ती नहीं था, जिस कारण किसी तरह की अनहानी नहीं हुई.
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इससे पहले 3 बार हो चुकी हैं घटनाएं
हमीदिया अस्पताल की नई बिल्डिंग में सीलिंग गिरने की घटना चौथी बार हुई है. इससे पहले यहां इस तरह की 3 घटनाएं हो चुकी है. लगातार सीलिंग गिरने की घटनाओं के बाद अफसर कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. बता दें नए अस्पताल में पीडियाट्रिक विभाग, नेत्र रोग सहित तमाम विभागों को शिफ्ट किया जा चुका है. इस तरह की घटना से लगातार किसी गंभीर दुर्घटना की आशंकी बनी रहती है.
करोड़ों का है प्रोजेक्ट
साल 2016-17 में जारी वर्क ऑर्डर में हमीदिया अस्पताल की नई बिल्डिंग के लिए 436 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे. इसमें काम पूरी करने की समय सीमा 2018-19 रखी गई थी. कुछ बदलाव के कारण बजट रिवाइज होकर 479 करोड़ रुपए हो गया. इसमें कई कारणों से 11 बार एक्सटेंशन हुआ. इस प्रोजेक्ट में ब्लॉक-1, ब्लॉक-2 के साथ नर्सिंग हॉस्पिटल कम कॉलेज, मल्टीलेवल पार्किंग, गर्ल्स हॉस्टल, और कैंपस के डेवलपमेंट के लिए राशि स्वीकृत हुई. यह दोनों बिल्डिंग की क्षमता करीब 1500 बिस्तर की है.